लोकायुक्त के जाल में फंसा आयुर्वेदिक कॉलेज का बाबू
लोकायुक्त के जाल में फंसा आयुर्वेदिक कॉलेज का बाबू
– मृतक की अनुग्रह राशि के नाम पर मांगे थे 5 हजार
उज्जैन। मंगलनाथ मार्ग आयुर्वेदिक कॉलेज में सहायक ग्रेड 3 के पद पर पदस्थ बाबू को लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। मृतक कर्मचारी की अनुग्रह राशि देने के नाम पर 5 हजार की रिश्वत मांग रहा था।
आयुर्वैदिक धन्वंतरी कॉलेज में पदस्थ संतोष श्रीवास्तव की 2019 में मौत हो गई थी। जिसकी अनुग्रह राशि 50 हजार परिजनों को मिलना थी। जिसको लेकर मृतक का दामाद जीवन श्रीवास्तव आयुर्वेदिक कॉलेज की स्थापना शाखा में पदस्थ बृजेश धाकड़ के पास पहुंचा था। जिसने राशि निकालने के नाम पर 5 हजार की रिश्वत मांगी। कोर्ट की अनुमति के बाद मंजूर हुई राशि के नाम पर रिश्वत मांगने की शिकायत जीवन में लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर की। रिश्वत मांगने की पुष्टि होने पर निरीक्षक बसंत कुमार श्रीवास्तव की टीम ने आज रिश्वतखोर बृजेश धाकड़ को रंगे हाथ पकड़ने का जाल बिछाया। जीवन रिश्वत की राशि लेकर आयुर्वेदिक कॉलेज पहुंचा लेकिन उसे स्थापना शाखा के बाबू बजे धाकड़ ने खाक चौक चौराहा पर बुलाया। जीवन में उसे जैसे ही रिश्वत की राशि सौंपी, लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। बताया जा रहा है कि सहायक ग्रेड 3 का बाबू ब्रजेश धाकड़ पिछले 10 सालों से कॉलेज में पदस्थ है और स्थापना शाखा का कामकाज देख रहा है। रिश्वत की शिकायत करने वाले जीवन का कहना था कि उसके ससुर संतोष आयुर्वेदिक कॉलेज में वार्ड बॉय के पद पर पदस्थ है। 2019 में निधन के बाद बाबू ने उनकी नौकरी के दौरान मिलने वाली राशि को लेकर कोर्ट के आदेश के बाद देने की बात कही थी। डेढ़ साल तक कोट कार्रवाई के बाद अनुग्रह राशि के साथ नौकरी के दौरान मिलने वाले 4. 22 लाख का आदेश जारी हुआ था।