प. बंगाल की किशोरी को बंधक बनाकर दुष्कर्म करने वाले चार गिरफ्तार
गरीबी का फायदा उठा कर ले आए थे इंदौर
इंदौर। पुलिस ने नाबालिग किशोरी को बंधक बना कर दुष्कर्म करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।गिरोह में दो लड़कियां भी शामिल है, जो किशोरी को होटलों में सप्लाई करती थी। आरोपियों की गिरफ्तारी पर पांच-पांच हजार रुपये का इनाम घोषित था।
एसीपी भूपेंद्रसिंह के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों का नाम काजल रावत (बड़ी भमौरी), उमा योगी (सनावद), अखिलेश लाड (सनावद) और आशीष ठाकुर है। कुछ महीनों पूर्व आरोपी अखिलेश 9वीं की छात्रा को हावड़ा (कोलकाता) से पढ़ाई और नौकरी का झांसा देकर इंदौर लाया था।
छात्रा के पिता बचपन में ही अलग हो गए थे। मां की आर्थिक स्थिति कमजोर होने से आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही थी। अखिलेश ने उसकी मजबूरी का फायदा उठाया और नौकरी व पढ़ाई का आश्वासन देकर 1 अप्रैल को इंदौर लेकर आ गया। सर्वप्रथम किशोरी को उमा के सुपुर्द कर दिया और जबरदस्ती घरेलू काम करवाने लगी।
अखिलेश ने किशोरी को बंधक बनाकर शारीरिक संबंध बनाए। जिस घर में किशोरी को बंधक बनाया उसमें काजल भी रहती थी। उसने भी किशोरी की कमजोरी का फायदा उठाया और मारपीट कर दोस्त आशीष के साथ संबंध बनाने भेजा।
अचानक आशीष पीड़िता को रास्ते में छोड़ कर चला गया और एक राहगीर उसको थाने लेकर आ गया। टीआई रविंद्रसिंह गुर्जर के अनुसार पुलिस ने पीड़िता के कथनों के आधार पर चारों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया लेकिन भनक लगते ही घरों से फरार हो गए।शनिवार रात एसआई सीमा धाकड़,कुलदीप और राजू ने चारों को खंडवा से गिरफ्तार कर लिया।