ंनेवज नदी पर बने बांध से गेट चुराने वाली गेंग का सुराग लगा
शुजालपुर। क्षेत्र के हजारों किसानों की भूमि को सिंचित करने केलिए बनाए गए नेवज नदी पर बांध के 47 गेट सितम्बर माह के पहले सप्ताह में अज्ञात बदमाशों द्वारा चुरा लिए गए थे। लोहे के इन भारी भरकम गेट की किमत भी लाखों में है। उक्त गेटों को चोरी करने वाले गिरोह का सुराग पुलिस अधिक्षक शाजापुर के मार्गदर्शन में सायबर सेल की मदद से लगा है। इस गिरोह के कुछ सदस्यों से पुलिस पूछताछ भी कर रही है और एक संदिग्ध वाहन को भी पुलिस ने थाने पर बुलवाया है। हालांकि इस मामले में पुलिस ने अभी खुलासा नहीं किया।
उल्लेखनीय है कि 2 सितम्बर की रात्रि को बांकाखेडी-डूंगलाय स्टॉप डेम के 45 गेट अज्ञात व्यक्तियों द्वारा चोरी कर लिए गए थे। इस संबंध में जल संसाधन उप संभाग शुजालपुर के अनुविभागीय अधिकारी की सूचना पर पुलिस थाना मंडी में अपराध दर्ज किया गया था। शिकायत पर एसडीओ ने कहा था कि यदि समय सीमा में गेट बांध पर नहीं लगाए गए तो किसानों को रबि सिंचाई का लाभ नहीं दिया जा सकेगा। किसानों की सिंचाई से जुडे इस मसले को पुलिस ने गंभीरता से लिया और सूचना के आधार पर सारंगपुर के समीप स्थित अंचलों में रहने वाले चार युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। सूत्रों के अनुसार काछीखेडी के आसपास रहने वाले इन युवकों ने बांध से गेट चुराए और चार पहिया वाहन में लेकर आए। जिसे शुजालपुर के ही एक कबाडे को बेचे जाने की जानकारी मिल रही है। हालांकि इसकी पुलिस ने कोई पुष्टिद्द नहीं की। जन चर्चा है कि उक्त संदिग्धों द्वारा अन्य स्थानों पर भी गेटों की चोरी कर उन्हे कबाडे में बेचा है। थाना प्रभारी शुजालपुर मंडी संतोष वाघेला ने बताया कि बांकाखेडी-डूंगलाय वेयर से हुए लोहे के गेटों के प्रकरण में कुछ जानकारी मिली है, इस मामले में कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। सम्पूर्ण जानकारी के बाद ही मामले में खुलासा हो सकेगा।