परिषद की पहली बैठक में विकास कार्यों सहित करोड़ों के 82 प्रस्तावों लगी मुहर
सुसनेर। नगर परिषद सुसनेर के गठन के बाद पहली परिषद की बैठक में एजेन्डें में शामील 82 प्रस्तावों पर चर्चा के बाद इसको स्वीकृति प्रदान की गई। किन्तु विधायक निधी से होने वालें कार्यो के प्रस्तावों को छोडकर नगर परिषद की निधी से होने वाले कार्या की स्वीकृति के बाद जब पार्षदों ने पूछा कि अब इनके लिए राशी कहा से आएगी इसकों लेकर नगर परिषद अध्यक्ष से लेकर सीएमओं ने चुप्पी साध ली। कांग्रेस ने इन प्रस्तावों में दर्जनभर प्रस्तावों पर अपनी आपत्ति जताई। विधायक निधी से लेकर अन्य कार्यो के टेंडर प्रक्रिया से लेकर तमाम प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैठक में कार्यो की स्वीकृति लिए जाने पर अपना विरोध जताया तो कई प्रस्तावों पर खुलकर अपना विरोध भी जताया। बैठक में नगर परिषद के पुराने भवन की जगह शापिंग काम्पलेक्स बनाए जाने पर सभी पार्षदों ने एक स्वर में मांग बैठक में उठाई हैं। बैठक की शुरूआत में बैठक में आए विधायक राणा विक्रम सिंह का स्वागत परिषद की और से किया गया। बैठक में निवनिर्वाचित पार्षदों के साथ उनके प्रतिनिधी भी मौजूद थें।
इन प्रस्तावों पर जताई स्वीकृति
बैठक में अमृत योजना 2.0 जिसके तहत 3 करोड 50 रुपएं की लागत से इतवारिया बाजार एवं वार्ड क्र 6 में टंकी का निर्माण सहित अन्य कार्य होना हैं इस पर अपनी स्वीकृति जताई। नगर परिषद के द्ववारा ईट भटटों के पास डग रोड पर गोशाला के लिए भूमि आॅवटन को लेकर चर्चा की गई। सॉई तिराहे पर महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापना,डॉक बंगला से सॉई तिराहे पर डिवाईडर रोड,विधायक निधी से श्रीराम मंदिर धर्मशाला में मांगलिक भवन,फूलमाली धर्मशाला के पास सामुदायिक भवन सहित विभिन्न वार्डो में परिषद की निधी से सडक निर्माण किए जाने के प्रस्तावों पर मुहर लगाई हैं।इसके अलावा परषिद के नवीन भवन के लिए डीपीआर तैयार करने पर स्वीकृति जताई।
प्रस्तावों पर कितनी राशि होगी खर्च अनुमान नही
इन प्रस्तावों में कितनी राशी खर्च होगी इसको लेकर जब पार्षदों ने बैठक के दौरान नगर परिषद सीएमओं जगदीश भैरवे से पूछा तो उन्होने इस पर चुप्पी साध ली। बता दे कि नगर परिषद सीएमओं जगदीश भैरवे हर बार विकास कार्या में नगर परिषद की आर्थिक स्थिति खराब होने का हवाला देते आ रहे हैं। साथ ही परिषद के कर्मचारियों को वेतन तक नही मिलने की बात कहते हैं। किन्तु करोडों रुपएं के इस प्रस्तावों के लिए आखिर राशी कहा से आएगी इसको लेकर कोई जवाब नही दे पाए। यही नही इस प्रस्तावों पर खर्च होने वाली राशी का भी नगर परिषद ने अभी तक अनुमान नही लगाया हैं। सिर्फ प्रस्ताव बैठक रख स्वीकृति करवा ली हैं।