प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में तैनात रहेंगे ढाई हजार पुलिसकर्मी
उज्जैन। महाकाल लोक का लोकार्पण करने आ रहे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में ढाई हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। प्रधानमंत्री के आगमन का अधिकृत कार्यक्रम आने से पहले एसजीपी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) सुरक्षा की कमान अपने हाथों में ले लेगी। 11 अक्टूबर को धार्मिक नगरी उज्जैन के इतिहास का सबसे सुनहरा लोकार्पण होने जा रहा है।
12 ज्योतिर्लिंगों में विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के विस्तारीकरण कार्य का प्रथम चरण पूरा हो चुका है। धर्म, संस्कृति और ऋषि मुनियों की प्रतिमाओं से आकार ले चुके कार्य को महाकाल लोक का नाम दिया गया है। जिसका लोकार्पण करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा महाकाल की नगरी में आ रहे हैं। 11 अक्टूबर को धार्मिक नगरी के इतिहास का सबसे सुनहरा अध्याय लिखा जाएगा। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियों में पिछले 15 दिनों से लगा हुआ है। एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने सुरक्षा की दृष्टि से ढाई हजार पुलिस कर्मियों की तैनाती प्रधानमंत्री के आगमन मार्ग से महाकाल मंदिर तक पर करने की बात कही है। प्रतिदिन सुरक्षा व्यवस्था का आकलन किया जा रहा है। महाकाल मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में सर्चिंग की जा रही है। प्रधानमंत्री के आगमन का अधिकृत कार्यक्रम आते ही एसपीजी की टीम उज्जैन पहुंच जाएगी और सुरक्षा व्यवस्था की कमान अपने हाथों में ले लेगी। प्रधानमंत्री के आने और जाने वाले मार्गो पर जिले का पुलिस बल तैनात रहेगा वहीं प्रधानमंत्री के आसपास विशेष सुरक्षा घेरा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप द्वारा संभाला जाएगा। संभावना व्यक्त की जा रही थी एसपीजी की टीम दशहरा बाद उज्जैन पहुंच सकती है। स्थानीय पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों को लेकर प्रतिदिन बैठक की जा रही है। होटल, लाजो और धर्मशाला में आने वालों की जानकारी एकत्रित करने का काम सुबह से लेकर देर रात तक पुलिस द्वारा किया जा रहा है। शहर में किराए से रहने वालों की जानकारी भी ली जा रही है। संदिग्धों पर नजर रखने का काम पुलिस का खुफिया तंत्र कर रहा है।