हवन शान्ति व कन्या भोज के साथ नवरात्रि उत्सव का समापन
सुसनेर। नवरात्र नौ दिन माई, दशम दिन विदाई…मां विसर्जन को चलीं…सुसनेर की गलियों में माता के जयकारे लगाते, धर्मध्वजा लहराते हुए श्रद्धालु माता को विदा करने विसर्जन कुंडों व जलाशयों की ओर ले जा रहे हैं। सुहागनें माता को शृंगार भेंट कर सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद मांग रहीं थी तो भक्त परिवार, कुल कुटुम्ब की सुख शांति और समृद्धि के लिए माता से प्रार्थना कर रहे हैं। हर ओर बैंड बाजों, धमाल और ढोल की थाप पर श्रद्धालु झूम रहे हैं। इसी के साथ मॉ दुर्गा की आराधना एवं भक्ति से सराबोर नवरात्रि उत्सव का समापन सोमवार को हवन शान्ति एवं कन्या भोज के साथ सम्पन हो गया। नवमी कुलदेवी की पूजन के साथ लोगो ने माताजी की बिदाई दी गई। नगर के शीतला माता मंदिर मैला ग्राउन्ड, मनकानेश्वर महादेव मन्दिर , कंकाली माता मन्दिर सुर्यवंशी राम मन्दिर नवदुर्गा उत्सव समिति , माँ दुर्गा मन्दिर विघुत मंडल परिसर ,चौसठ माता मन्दिर,कालका माता मंदिर पुराना बस स्टेन्ड सहित कई जगहो पर हवन शान्ति व कन्याभोज का आयोजन किया गया इसके अलावा शीतला माता मन्दिर एवं चौसठ माता मन्दिर में नवरात्रि के अन्तिम दिन विशेष श्रंगार किया गया एवं पूजन व आरती का कार्यक्रम हुआ । शाम को माँ दुर्गा की प्रतिमाओ की झांकिया निकाली गई विर्सजन का कार्यक्रम रात्रि तक चला। चामुडा माता वाल्मिकी समाज के मंदिर एवं सुर्यवंशी राम मन्दिर पर स्थापित माँ दुर्गा की प्रतिमाओ ढोल बाजे व फटाखो के साथ विर्सजन का एक जुलूस निकाल गया। यह जुलूस नगर के प्रमख मार्गाे से होते हुवे विर्सजन स्थल पर पहुच कर माता जी प्रतिमा को पानी में विर्सजित किया गया। जुलूस के दौरान भक्तगण माता की भक्ति में नाचते हुवे चल रहे थे
डॉक बंगला स्थित मॉ बगडावत सेवा समिति के द्वारा यहॉ स्थित मॉ बगडावत माता मंदिर में माता जी पूजन व हवन शांति का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर बडी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।
महिलाओं ने माता रानी को की चूनर भेट
शारदेय नवरात्रि की नवमी तिथि में घर घर कुलदेवी का पूजन किया गया। लोगो ने अपने घरो में कुलदेवी के पूजन की विशेष तैयारी की एवं दिन भर व्रत रखकर विधी विधान के साथ पूजन किया। साथ ही मॉ गोरी के आठवे रूप महागौरी की उपासना की विशेषकर महिलाओं ने अपने अखंड सुहाग की कामना से माता महागौरी को लाल चुनरी अर्पित की। ज्वारे के विसर्जन के साथ माता रानी की बिदाई भी की गई। कई जगहो पर शस्त्र पूजन का कार्यक्रम भी हुआ।
रुनीजा । नव रात्रि के अंतिम दीन माता चामुंडा के दरबार मे भक्तो की आस्था उमड पड़ी। मन्दिर परिसर से लगाकर रतलाम उज्जैन मार्ग विश्राम गृह तक 1की मि दूर तक टू व्हीलर फोर व्हीलर की लाइन लग गई। मन्दिर परिसर माता रानी के जयकारों से गूँज उठा रात्रि आठ बजे पुजारी ईश्वर गिरी द्वरा माता रानी की महा आरती उतारी गई। प्रसिद्ध दूध व्यवसाई गजनीखेड़ी निवासी राजू राठौड़ व उनके परिवार द्वारा600 लिटर दूध की खीर की प्रसादी का भोग लगाकर महाप्रशादी की गई। राजू राठौड़ का परिवार वर्ष 2006 से यह प्रसादी वितरण का शुभ कार्य कर रहाहैं । उक्त जानकारी देते हुए मन्दिर विकास समिति के सयोंजक अशोक वैष्णव ने बताया कि प्रतिवर्ष रात्रि में होने वाली महा आरती में स्थानीय व आसपास के माता भक्तो द्वरा प्रशाद वितरण की जाती है। वही कई सांस्क्रतिक संस्थाओ व विधालयों द्वरा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ गरबे प्रस्तुत किये जाते हैं । इस बार कई वर्षो बाद माता भक्तो की ऐतिहासिक उपस्थित रही। इस महापर्व में उपस्थित माता भक्तो की आस्था को नमन करते हुए मन्दिर विकास में मुक्त हस्त दे दान देने वाले भामाशाहों का आयोजन को सफल बनाने में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग प्रदान करने वाले माता भक्तो का कोटिश: धन्यवाद सहित आभार व्यक्त किया।
अकोदिया मंडी। नवरात्री पर्व आठ दिन तक कठिन उपवास कर नवमी के दिन मां के भक्तों ने नगर में चल समारोह निकाला। दोपहर मंदिर में होमधूप कर बैंडबाजों के के साथ महिलाओं के सिर पर गेंहू के उगे जवारे के घट खप्पर लेकर भजन कीर्तन करते हुए महिलएं कतार में चल राही थी भक्तजन माता के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। पीछे चल रही महिलाएं देवी मां के भजन,कीर्तन करते हए चलरही थी। कुछ महिलाएं घूमते हुए भक्तों को आर्षिवाद दे रही थी। माता के जवारे का चल समारोह जिस रास्ते से निकला लोग श्रद्धा से नमन करते देखे गए। माता का चलसमारोह दोपहर 2:00 बजे जाटपुरे से प्रारंभ होकर हनुमान मंदिर,टप्पा चैराहा,षिवाजी मार्केट,टेंषन चैराहा,सब्जी बाजार,अहिंसा,बस स्टेंड से गजरता हुआ षाम 7:00 बजे अकोदिया ग्राम तालाब पर पंहुचा। आरती के पष्चात माता जवारे को तालाब में विर्सजन किया गया। माता जी क ेचल समारोह का देवी मां के उपासक परमानन्द खत्री, ओमप्रकाष खत्री, मुकेश खत्री, प्रदीप खत्री,हेमेन्द्र खत्री, देवेन्द्र खत्री, सुनिल वर्मा, देवकी नंदन राठौर, नितेश राठौर के द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर पंडाजी कालूराम प्रजापति, पंडाजी राजेश प्रजापति, गजराजसिंह चिढार, कमल प्रजापति, षिवनारयण खत्री, शुभम चिढार, विष्णु प्रजापति, पवन, आंनद, प्रशान्त, नियती, सलोनी,जिया सहित सैकड़ों की संख्या में भक्तजन उपस्थित रहे।