क्षेत्र में भाजपा की नींव के स्तम्भ मीसाबंदी हंसराज तेजरा का निधन
सुसनेर। ग्रामीण क्षैत्र में निवासरत रहकर जनसंघ और भाजपा की क्षैत्र में शुरूआत की नीव रखने वाले मीसाबंदी लोकतंत्र सेनानी हंसराज तेजरा पाटीदार का 82 वर्ष में बुधवार की रात्रि में निधन हो गया था। तेजरा के निधन के साथ ही भाजपा के एक युग का अंत हो गया है। एक समय था जब कांग्रेस के शासनकाल में भाजपा का झंड उठाने के लिए कोई तैयार नहीं होता था। तब नगर के कुछ लोग ऐसे थे जो जनसंघ के जमाने में पार्टी के लिए तन-मन-धन से समर्पित होकर कार्य करते थे। उस वक्त जिन कार्यकतार्ओं ने न सिर्फ जनसंघ की नींव शहर में रखी थी। बल्कि उसके बाद से भारतीय जनता पार्टी के लिए भी अपना कीमती समय न्योछावर करते आए है। इन्ही कार्यकतार्ओं में हंसराज तेजरा भी एक थे। बात दे कि स्वर्गीय हंसराज तेजरा 1975 में आपात काल के समय नसिगढ जेल में 19 माह तक बन्द रहे थे। ग्रामीण क्षैत्रो में निवास करने वाले तेजरा समाजसेवा के कार्य में जीवनभर जुटे रहे। उम्र के 82 वे साल में भी तेजरा का सुसनेर क्षैत्र में निरन्तर लोगो से सतत सम्पर्क रहा। कुछ समय से अस्वस्थ रहे। अस्वस्थता के चलते बुधवार की रात्रि में सिविल अस्पताल सुसनेर में उन्होने अन्तिम सांस ली।
काका भतीजे जुडें रहे जनसंघ से
हंजराज तेजरा एवं उनके काका स्वर्गीय बंशीलाल तेजरा दोनो ही जनसंघ से जुडें हुवें थें। बशीलाल तेजरा का 6 जनवरी 2021 को निधन हो गया था। बंशीलाल तेजरा ज्योतिष भी थें। यह भी संयोग हैँ कि दोनो ही आपतकाल में एक ही जैल में नसिगढ में रहे।
मीसाबंदी हंसराज तेजरा के निधन के बाद उनके निवास स्थान से शवयात्रा निकाली गई जो ग्राम के प्रमुख मार्गो से होते हुवे गुप्त गंगा त्रिवेणी स्थान ताखला पर पहुची जहॉ पर उनके पूत्र रमेश तेजरा,कैलाश तेजरा एवं प्रेम तेजरा ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने भाजपा का ध्वज एवं साफी शव पर समर्पित कर शवयात्रा में परिवार के साथ पार्थिव शरीर को कंधा देकर अपनी श्रद्वाजंली अर्पित की।
म प्र शासन के निद्वेशानुसार मीसाबंदी के निधन पर सम्मान पूर्वक श्रद्वाजंली अर्पित करने के निद्वेश के अनुसार प्रशासन की और से तहसीलदार विजय कुमार सेनानी ने पुष्प चक्र से श्रद्वाजंली अर्पित की।