शिक्षिका ने नकल के शक में उतरवाये कपड़े, शर्मिंदगी में छात्रा ने किया आत्मदाह
ब्रह्मास्त्र जमशेदपुर
झारखंड के जमशेदपुर में परीक्षा के दौरान शिक्षिका द्वारा कपड़े उतारने के लिए मजबूर करने पर एक स्कूल की नौवीं कक्षा की छात्रा ने घर पहुंच कर खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली, जिसके बाद छात्रा की हालत नाजुक बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि शिक्षिका को संदेह था कि छात्रा ने नकल सामग्री अपनी ड्रेस में छुपा रखी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूचना पर झुलसी छात्रा को उसके परिजन पास के अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने कहा कि शिक्षिका के खिलाफ शिकायत दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में आरोप लगाया कि महिला निरीक्षक ने उसे अपमानित किया और नकल सामग्री ड्रेस में छिपाने के शक में उसे क्लास से सटे एक कमरे में कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया। फिलहाल इस मामले में साकची पुलिस स्टेशन एएसआई नागेंद्र प्रताप ने कहा कि 9वीं कक्षा की छात्रा ने केरोसिन डालकर आत्महत्या की कोशिश की है। आरोप लगाया गया है कि शिक्षिका ने नकल करते पकड़ी गई छात्रा के कपड़े उतरवाए थे। हम सच्चाई की जांच कर रहे हैं। लड़की को हमारे आने से पहले यहां से रेफर कर दिया गया था। दरअसल साकची थाना क्षेत्र के शारदामणि गर्ल्स हाईस्कूल की 9वीं क्लास की एक छात्रा ने परीक्षा के बाद घर पहुंची औऱ खुद को आग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। आरोप है कि स्कूल में परिक्षा के दौरान एक शिक्षिका ने नकल के शक में छात्रा के कपड़े उतरवाए थे। मामला छायानगर बस्ती में शुक्रवार शाम 5 बजे की है।
आग से झुलसी छात्रा को गंभीर स्थिति में एमजीएम अस्पताल में भतीज् कराया गया, जहां से उसे टीएमएच रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची के शरीर का 80 प्रतिशत हिस्सा झुलस गया है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं घटना से नाराज परिजन और बस्तीवासियों ने टीएमएच पहुंचकर हंगामा किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षिका पर कार्रवाई की मांग की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने टीएमएच पहुंचकर छात्रा का बयान लिया है। अपने बयान में उसने कहा कि क्लास में मैडम ने सभी के सामने कपड़े उतरवाए और पिटाई की, जिससे आहत होकर उसने खुद को आग लगाई।
छात्रा ने कहा कि वह परीक्षा में नकल नहीं कर रही थी। वहीं स्कूल प्रिंसिपल ने कहा कि मुझे जानकारी मिली थी कि छात्रा नकल कर रही थी। उसको इस दौरान सिफज् इतना ही कहा था कि ये सब नहीं करना है। प्रिंसिपल ने कहा कि छात्रा के कपड़े नहीं उतरवाए गए हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं है। वहीं छात्रा की बड़ी बहनों ने बताया कि दूसरी पाली में छोटी बहन की साइंस की परीक्षा थी। वह जब परीक्षा देकर घर लौटी तो गुमसुम थी। कुछ देर बाद उसने हम लोगों को चचेरी बहन से मिलने भेज दिया। इसके बाद उसने घर में रखे मिट्टी के तेल को अपने ऊपर उड़ेलकर आग लगा ली। उसकी चीख सुनकर हम लोग वहां पहुंचे औऱ किसी तरह आग बुझाई।