किसानों की मर्जी के बगैर 1 इंच जमीन भी नहीं देंगे- प्रदेश अध्यक्ष

देवास। भूमि अधिग्रहण से किसानों में आक्रोश है। भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में शुक्रवार को कृषि उपज मंडी में सुबह 10 बजे से सैकडों किसान ट्रेक्टर, बाईक एवं चार पहिया वाहन लेकर मंडी पहुंचे। देवास तहसील के 32 गांव निवेश क्षेत्र एवं हाटपीपल्या के 12 गांव एयरपोर्ट मेंं व 24 गांव र्ग्रीन सिटी लाजिस्टिक हब में जा रहे हैं। इसमें किसानों की क्षिप्रा एवं कालीसिंध क्षेत्र की हजारो हेक्टेयर उपजाऊ भूमि छीनी जा रही है एवं लाखोंं परिवार प्रभावित हो रहे हैं। इससे किसान भयभीत हैं।
महामारी में जब सारे उद्योग धंधे बंद पड़े थे तब किसानों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर करोडों लोगों का पेट भरने के लिए अन्न पैदा किया, खेतों मेंं काम चलता रहा एवं लाखों लोगों को रोजगार दिया। जो देश खाद्यान्न पर आत्मनिर्भर नहीं रहता उसे हराने के लिए किसी अस्त्र शस्त्र की आवश्यकता नहीं पड़ती है। किसानों ने कड़ी मेहनत कर अपनी खेती को समतल बनाकर, कुआ बोर खोदकर सिंचित कर, एक फसली से तीन फसली उपजाऊ भूमि बनाई, लाखों जनता को उजाड़ कर हजारों परिवारों को बर्बाद कर मु_ी भर कंपनियों को बसाना विकास नहीं कहा जा सकता। किसानों के लिये गांव आधारित कृषि योजना बनाना चाहिये, सीमेंट कांक्रिट के जंगलो में सुंदरता विकास देखने की जगह किसान के खेत और वनों की सुंदरता का विकास होना चाहिये। भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमलसिंह आंजना एवं प्रांताध्यक्ष रामप्रसाद सूर्या ने कहा कि उद्योग धंधे अगर डालना ही है तो पथरीली जमीन या अनउपजाऊ जमीन पर डाले जाये, किसानो की उपजाऊ जमीन नहीं छीनी जाए। किसानों की सभा को प्रदेश मंत्री नारायण यादव, प्रांत संगठन मंत्री अतुल माहेश्वरी, दिलीप मुकाती, गोवर्धन पाटीदार, जिलाध्यक्ष हुकुम पटेल, जिला मंत्री शेखर पटेल, जिला कोषाध्यक्ष शेखर पटेल ने संबोधित किया। इसके बाद किसान मंडी से एबी रोड होकर पैदल एवं ट्रेक्टर रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे यहां पर कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।