मध्य प्रदेश में MBBS बाद अब इंजीनियरिंग की भी पढ़ाई हिंदी में

भोपाल
आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश में एमबीबीएस छात्रों के लिए हिंदी सिलेबस में किताबों को लांच किया है। इस तरह हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने वाला पहला राज्य मध्य प्रदेश बन गया है। इसके बाद एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार इस साल 6 इंजीनियरिंग और 6 पॉलिटेक्निक कॉलेजों में भी हिंदी में पढ़ाई शुरू करेगी।

अंग्रेजी भाषा का गुलाम क्यों बनना है?
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जल्द ही 6 इंजीनियरिंग और 6 पॉलिटेक्निक कॉलेजों में हिंदी में पढ़ाई शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि पढ़ाई को हमारी सरकार पूरी तरह अंग्रेजी से मुक्त कर देगी। सीएम ने कहा कि जो अंग्रेजी में पढ़ना चाहते हैं वो पढ़ाई कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में IIT और IIM में हिंदी में शिक्षा शुरू करना हमारा सपना है। शिवराज ने कहा कि हमें अंग्रेजी भाषा का गुलाम क्यों बनना है? अगर चीनी, जापानी, जर्मन, रूसी और फ्रेंच अपनी-अपनी भाषाओं में अपनी प्रतिभा का अध्ययन और अभिव्यक्ति कर सकते हैं और उच्च पदों पर पहुंच सकते हैं तो हमारे बच्चे ऐसा क्यों नहीं कर सकते?

बाकी राज्यों से भी लेंगे मदद
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने जो एमबीबीएस की किताब तैयार की है उसे बाकी राज्यों के साथ भी शेयर करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलूंगा। चौहान ने कहा कि हमारे पास जो कुछ भी होगा हम बाकी राज्यों के साथ उसे शेयर करेंगे और बाकी के राज्यों से भी हम वो सब लेंगे जिससे शिक्षा को बेहतर बनाया जा सके।

बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एमबीबीएस छात्रों के लिए बायोकेमिस्ट्री (जीव रसायन), एनाटॉमी (शरीर रचना-विज्ञान) और मेडिकल फिजियोलॉजी (शरीर क्रिया विज्ञान) विषयों के लिए हिंदी भाषा में किताबों को लांच किया। इस अवसर पर राज्य के शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। शाह ने राज्य की राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सारंग की उपस्थिति में आयोजित एक कार्यक्रम में एमबीबीएस छात्रों के लिए मेडिकल बायोकेमिस्ट्री, एनाटॉमी और मेडिकल फिजियोलॉजी विषयों की पाठ्य पुस्तक का अनावरण किया।