कत्लेआम ही नहीं, यूक्रेनियों का रेप भी, अपने सैनिकों को वियाग्रा दे रहा रूस
ब्रह्मास्त्र कीव
संयुक्त राष्ट्र का दावा है कि रूसी सैनिकों को उनकी “सैन्य रणनीति” के तहत यूक्रेन में महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के लिए वियाग्रा दी जा रही है। समाचार एजेंसी एएफपी को दिए एक इंटरव्यू में प्रमिला पैटन ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने दावा किया कि रूसी सैनिक न सिर्फ महिलाएं बल्कि, बच्चे और पुरुषों का भी यौन उत्पीड़न कर रहे हैं। रेप के शिकार लोगों की उम्र 4 से 82 साल के बीच है।
यह पूछे जाने पर कि क्या यूक्रेन में रूस रेप को युद्ध के एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। प्रमिला पैटन ने जवाब में कहा, “सभी संकेत हैं।” सितंबर के अंत में जारी संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए, पैटन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने आक्रमण शुरू होने के बाद से बलात्कार और यौन हिंसा के सौ से अधिक मामले दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ितों में न केवल महिलाएं और लड़कियां हैं, बल्कि पुरुष और बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, “जब महिलाओं को कई दिनों तक रखा जाता है और बलात्कार किया जाता है, जब वे बच्चों और पुरुषों के साथ बलात्कार कर रहे हैं। जब आप सुनते हैं कि महिलाएं वियाग्रा से लैस रूसी सैनिकों के बारे में गवाही देती हैं, तो यह स्पष्ट रूप से रूस की एक सैन्य रणनीति का हिस्सा है।”
4 से 82 साल की महिलाओं से रेप
रिपोर्ट में रूसी सैनिकों की हैवानियत के बारे में बताते हुए पैटन ने कहा, रिपोर्ट से पता लगता है कि रूसी सैनिक यूक्रेन की सड़कों पर न सिर्फ तबाही मचा रहे हैं। नागरिकों के साथ यौन हिंसा भी कर रहे हैं। एकत्रित साक्ष्यों के अनुसार, यौन हिंसा के शिकार लोगों की आयु चार से 82 वर्ष के बीच है। इस बीच, रूस ने यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ युद्ध अपराधों के आरोपों का बार-बार खंडन किया है, यह कहते हुए कि वह केवल उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जहां से नागरिक जगहों को खाली कर चुके हैं।