इंदौर में आटो रिक्शा में माइक लगाकर खरीद रहे थे ‘गरीबों का अनाज” , एफआईआर दर्ज
इंदौर। आजाद नगर और मल्हारगंज में खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली का लगभग 13 क्विंटल चावल, दो आटो रिक्शा और हैंडी माइक जब्त किए। जब्त सामग्री की कीमत 3 लाख 23 हजार रुपये है।
मंगलवार को खाद्य अधिकारियों का दल आजाद नगर की पवनपुरी कालोनी पहुंचा। यहां वसीम अब्दुल और नासिर अब्दुल समद नाम के दो लोग आटो रिक्शा में हैंडी माइक से अनाउंस कर रहे थे और सरकारी राशन खरीद रहे थे। उनकी गाड़ी में बिना बिल और बिना दस्तावेज का 1.60 क्विंटल चावल पाया गया। जांच के लिए पहुंचे जिला आपूर्ति नियंत्रक एमएल मारू के मुताबिक, वसीम और नासिर गरीब और जरूरतमंद उपभोक्ताओं से सार्वजनिक वितरण प्रणाली का चावल 10-11 रुपये किलो में खरीद रहे थे। यही खरीदा हुआ चावल मल्हारगंज के जिंसी इलाके के अनाज व्यापारी अनवर की दुकान पर बेचने के लिए ले जा रहे थे। दुकान में ये चावल 12-15 रुपये प्रति किलो में बेचा जाता
बिना बिल का चावल मिला
जांच अधिकारी मारू, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी अविनाश जैन, अंकुर गुप्ता और महादेव मुवैल तत्काल जिंसी में अनाज व्यापारी की दुकान पर पहुंचे, लेकिन वहां ताला लगा था। दुकान मालिक अनवर को बुलाया गया लेकिन उनकी जगह इस्लामुद्दीन पहुंचे और ताला खोला। अधिकारियों ने दुकान के अंदर दो बोरी और दुकान के बाहर 14 बोरी चावल पाया। बिना बिल का यह 6.92 क्विंटल चावल था। उसी समय बाबू शेख नाम का एक व्यक्ति आटो रिक्शा में चावल रखकर बेचने आया था। इस रिक्शा में 4.55 क्विंटल चावल के अलावा तौल कांटा और हैंडी माइक भी रखा था।
13 क्विंटल चावल जब्त – अधिकारियों ने पवनपुरी और जिंसी से कुल मिलाकर 13 क्विंटल चावल, दोनों रिक्शा और अन्य सामान जब्त कर लिया। जब्त वाहन आजाद नगर एवं मल्हारगंज थाने और चावल एवं अन्य सामग्री शासकीय उचित मूल्य भंडार की सुपुर्दगी में दिया गया है। सभी आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।
उपभोक्ता भी मुफ्त का राशन बेचकर सरकार की आंखों में झोंक रहे धूल – कोरोना के बाद केंद्र सरकार ने प्रधामनंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में गरीब और जरूरतमंद परिवारों को हर महीने मुफ्त गेहूं और चावल देना शुरू किया था। यह सुविधा दिसंबर तक जारी रहेगी।