शिवराज का दिवाली उपहार- मेयर-पार्षदों का वेतन होगा दुगना
इंदौर ,भोपाल ,उज्जैन जैसे बड़े शहरों के महापौर को मिलेगा 20 हजार प्रतिमाह
भोपाल। शिवराज सरकार महापौर, सभापति, पार्षद सहित नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों को वेतन-भत्ते बढ़ाकर दिवाली का उपहार देने जा रही है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसके अनुसार नगर निगमों के महापौर, अध्यक्ष और पार्षदों के वेतन-भत्तों में 33 से 87 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो रही है। नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व पार्षदों को 56 से 71 प्रतिशत की ग्रोथ दी जा रही है। सबसे ज्यादा नगर परिषदों के अध्यक्ष के वेतन-भत्ते में 128 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के वेतन-भत्तों में 12 साल बाद बढ़ोतरी की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि नगरीय विकास एवं आवास विभाग के मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। विभाग अब इसे जल्दी ही मुख्यमंत्री कार्यालय को कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजेगा। इसके बाद सरकार इसे अध्यादेश के माध्यम से लागू करेगी।
नगर निगम को दो भागों में बांटा
प्रस्ताव के मुताबिक नगर निगमों को दो भागों में बांटा गया है। पहला- 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर। यानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर व उज्जैन इस श्रेणी में हैं। इन शहरों के महापौर की सैलरी प्रति माह 11 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपए की जा रही है, जबकि अलाउंस भी दो गुना कर 5 हजार रुपए होगा। वहीं, 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों के महापौर का वेतन 11 हजार से बढ़ाकर 15 हजार और अलाउंस भी ढाई हजार से बढ़ाकर 4 हजार रुपए किया गया है।
निगम अध्यक्ष के वेतन-भत्ते में 4 हजार का अंतर
बड़े व छोटे नगर निगमों के अध्यक्षों के वेतन व भत्ते में 4 हजार रुपए का अंतर रखा गया है। 10 लाख से अधिक आबादी वाले नगर निगमों के अध्यक्षों (स्पीकर) की सैलरी 9 हजार से बढ़ाकर 15 हजार रुपए की गई है। वहीं, अलाउंस 1400 से बढ़ाकर 4 हजार रुपए किया गया है। वहीं, 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों के नगर निगम अध्यक्ष की सैलरी 9 हजार से बढ़ाकर 12 हजार की गई है, जबकि अलाउंस में 1600 रुपए का इजाफा किया गया है।
पार्षदों की सैलरी अब 10 हजारो
बड़े नगर निगमों के पार्षदों को अब प्रति माह 10 हजार रुपए सैलरी मिलेगी। अभी उन्हें 6 हजार रुपए मिलते हैं। इसी तरह, 10 लाख से कम आबादी वाले नगर निगमों के पार्षदों की सैलरी 6 हजार से बढ़ाकर 8 हजार रुपए की जा रही है।