सुबह से ही महालक्ष्मी मंदिरों में लगा भक्तों का तांता
खंडग्रास सूर्य ग्रहण का सूतक लगने से पहले होगा महालक्ष्मी पूजन, रोशन होगी कार्तिक अमावस्या की अंधेरी रात
इंदौर। सुख-समृद्धि और वैभव का महापर्व दीपावली सोमवार को हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। इस मौके पर घर-घर देवी महालक्ष्मी का पूजन हस्त नक्षत्र में होगा। हर घर आंगन रंगोली और दीपों से सजेगा। इस वर्ष कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या 24 अक्टूबर को शाम 5.27 से 25 अक्टूबर को दोपहर 4.18 बजे तक रहेगी। ज्योर्तिविदों के मुताबिक दीपावली पर्व के लिए महत्वपूर्ण प्रदोष एवं महानिशीथ काल 24 को मिलने से इसी दिन दीपावली मनाना शास्त्र सम्मत है।
सबह से ही शहर के महालक्ष्मी मंदिरों में भक्तों की भीड़ लग गई थी। राजवाड़ा स्थित प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर में सुबह से ही कतारें लगना शुरू हो गई थी। यहां भक्तों की तीन कतारें लगी थीं। राजवाडा की ओर कतार स्टेट बैंक आफ इंदौर तक पहुंच गई थी, वहीं एक कतार आड़ा बाजार के अंदर तक पहुंच गई थी। जबकि तीसरी कतार फ्रूट मार्केट की ओर थी। वहीं उषा नगर स्थित महालक्ष्मी मंदिर में सुबह महापौर पुष्यमित्र भार्गव, अण्णा महाराज ने पूजा अर्चना कर आरती में हिस्सा लिया। इस दौरान भक्त शामिल रहे।
हालांकि खंडग्रास सूर्यग्रहण का सूतककाल 24-25 अक्टूबर की दरम्यानी रात 4.42 बजे लगने से पूजन से संबंधित सभी कार्य सूतक लगने से पहले संपन्न करना होंगे। 25 अक्टूबर को कोई त्योहार नहीं मनाया जाएगा। चतुर्दशी तिथि सोमवार को 5.26 बजे तक रहेगी। इसके चलते चतुर्दशी तिथि पर होने वाला अभ्यंग्य स्नान भी सोमवार को होगा। इस अवसर पर सौंदर्य की प्राप्ति के लिए कृष्ण पूजन भी किया जाएगा।
महालक्ष्मी पूजन के लिए चौघडियानुसार मुहूर्त
अमृत: सुबह 6.28 से 07.53 और दोपहर 4.23 से शाम 5.48 बजे तक। शुभ : सुबह 9.18 से 10.43 और रात 1.43 से 3.18 बजे तक। चर : दोपहर 1.33 से 2.58 और शाम 5.48 से 7.23 बजे तक।
लाभ : दोपहर 2.58 से 4.23 और रात 10.33 से 12.8 बजे तक।
शुभ अभिजित मुहूर्त –
सुबह 11.44 से दोपहर 12.32 बजे तक
शुभ प्रदोष वेला
शाम 5.48 से 7.55 बजे तक
शुभ महानिशीथ काल
रात 11.44 से 12.32 बजे तक