दोस्तों को पैसे लौटाने के लिये रचा था अपहरण का षडयंत्र
उज्जैन। मारूति से आए बदमाशों द्वारा युवक का अपहरण करने और पत्नी के 30 हजार रुपये देने के बाद छोड़ने का मामला षडयंत्र होना सामने आया है। युवक ने दोस्तों को पैसे लौटाने के लिये पत्नी का अपने अपहरण की कहानी बताई थी।
पिपलीनाका पर रहने वाले विक्की पिता प्रेमनारायण मीणा का 20 अक्टूबर की शाम मारूति कार से आए चार बदमाशों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर अपहरण कर लिया था। विक्की की पत्नी ने मंगलसूत्र बेचकर 30 हजार रुपये बदमाशों को दिये थे और पति को छुड़ाया था। घटनाक्रम के बाद मामला नानाखेड़ा थाने पहुंचा था। विक्की ने पुलिस को कार नम्बर एमपी 09 सीए 7153 पुलिस को बताया था, लेकिन पुलिस को घटना पर संदेह नजर आया और शिकायती आवेदन पर जांच शुरू की गई। शुक्रवार को मामला स्पष्ट हो गया। विक्की ने खुद अपने अपहरण की कहानी रची थी। उसे दोस्तों को 35-40 हजार रुपये लौटाना थे। दोस्त पैसे मांगने पहुंचे थे, जिसके चलते उसने दोस्तों के साथ मिलकर ही अपने अपहरण की कहानी पत्नी को बताई थी। पुलिस ने विक्की के बयान दर्जकर मामले का खुलासा किया है। टीआई ओपी अहीर ने बताया कि जांच के दौरान क्षेत्र के फुटेज खंगाले गये थे। कार जरूर दिखाई दी, लेकिन युवक को जबरदस्ती बैठाना सामने नहीं आया। फिर भी कार की तलाश में एक टीम इंदौर भेजी गई थी, जिसका पता नहीं चल पाया था। युवक नशे का आदी है, जिसके चलते पूरी घटना पर पहले संदेह बना हुआ था।