देव दीपावली पर चंद्रग्रहण, कल शाम को खुलेंगे मंदिरों के पट
इंदौर। इस वर्ष देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण का साया है। इसके चलते सूर्योदय से ग्रहण के समाप्त होने तक मंदिरों के पट भी बंद रहेंगे। वर्ष का आखिरी ग्रहण 8 नवंबर को होगा। इंदौर में इसका समय शाम 5.43 से 6.18 बजे तक 35 मिनट रहेगा।
खजराना गणेश मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि पूर्णिमा तिथि 7 नवंबर शाम 4.16 से 8 नवंबर को 4.31 बजे तक रहेगी। ग्रहण वाले दिन मंगलवार को खजराना गणेश मंदिर के पट सूर्योदय से ही बंद रहेंगे। ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिर में शुद्धीकरण के बाद दर्शन हो सकेंगे। रणजीत हनुमान मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि दिनभर मंदिर बंद रहेंगे। ग्रहण समाप्ति पर शुद्धीकरण के बाद मंदिर खोला जाएगा। इसके बाद भक्त दीपदान कर सकेंगे। काली मंदिर खजराना के व्यवस्थापक गुलशन अग्रवाल के अनुसार मंदिर के पट कभी बंद नहीं होते, लेकिन ग्रहण के सूतक काल के दौरान मूर्ति को स्पर्श नहीं किया जाता है। गर्भगृह में प्रवेश पर भी रोक रहेगी।
राशियों पर ऐसा रहेगा असर
चंद्रग्रहण से मिथुुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों को लाभ होगा। इस ग्रहण से मिथुुन राशि वाले जातकों को लाभ, कर्क वालों को सुख, वृश्चिक को सुख, कुंभ को श्री हासिल होगा। इसी तरह मेष को घात, वृष को हानि, सिंह को मान नाश, कन्या को मृत्यु तुल्य कष्ट, तुला को स्त्री पीड़ा, धनु वालों को चिंता, मकर को व्यथा और मीन वालों को क्षति का फल प्राप्त होगा। ग्रहण के समय मूर्ति स्पर्श एवं भोजन निषेध है। ईश्वर का स्मरण, जाप करने से दोष का असर कम रहेगा।
हरि-हर मिलन पर निकली पालकी यात्रा
इंदौर। वैकुंठ चतुर्दशी पर रविवार को हरि-हर मिलन उत्सव मनाया गया। मालवा मिल स्थित पंचमुखी मंदिर में 21 ब्राह्मणों ने पूजन किया। इसमें 21 जोड़ों ने भाग लिया। भगवान लक्ष्मी नारायण और शिव का सात नदियों के जल से अभिषेक किया गया। इसके बाद पालकी यात्रा निकाली गई, जो मालवा मिल, गोमा की फैल, आरएस भंडारी मार्ग से पुन: मंदिर पहुंची। समिति के अध्यक्ष दिनेश गुप्ता व गिरीश खंडेलवाल ने बताया कि वैकुंठ चतुर्दशी पर चार माह के शयन के बाद जागे भगवान विष्णु को भगवान शिव पुन: सृष्टि का कार्यभार सौंपते हैं। गोशाला महिला ग्रुप ने वैकुंठ चतुर्दशी पर विजय नगर स्थित मंदिर में पूजन कर हरिहर मिलन कराया। सुबह महिलाओं ने भजन गाए।