गीले कचरे से बनी सीएनजी से बस चलाने पर नम्बर वन इंदौर को मिला ‘बेस्ट ग्रीन ट्रांसपोर्ट इनीशिएटिव’ पुरस्कार

इंदौर। गीले कचरे से बायो सीएनजी बनाकर सिटी बसें व अन्य वाहन चलाने पर इंदौर को ‘द बेस्ट ग्रीन ट्रांसपोर्ट इनीशिएटिव’ पुरस्कार मिला। कोच्चि में शहरी आवासन एवं कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित 15वीं अर्बन मोबिलिटी इंडिया कांफ्रेंस एंड एक्सपो 2022 में यह उत्कृष्टता का पुरस्कार अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड को दिया गया। एआईसीटीएसएल को विगत आठ वर्षों में मिला यह पांचवां पुरस्कार है। पिछले वर्ष बेस्ट फाइनेंसिंग मैकेनिज्म वर्ग में पुरस्कार मिला था।

कोच्चि में आयोजित समारोह में शहरी आवासन राज्य मंत्री कौशल किशोर एवं केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद के हाथों एआइसीटीएसएल के सीईओ मनोज पाठक एवं पूर्व सीईओ संदीप सोनी ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। गौरतलब है कि इंदौर शहर स्वच्छ सर्वेक्षण में विगत छह वर्षों से देश में नंबर एक बना हुआ है। इसके साथ ही निगम ने ग्रीन नवाचार के माध्यम से गीले कचरे से बायो सीएनजी बनाकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का माडल तैयार किया। इस माडल से बहुआयामी ऊर्जा संरक्षण हुआ, वहीं कार्बन उत्सर्जन भी कम किया गया।

500 टन कचरे से तैयार हो रही 12 हजार किलो गैस

ट्रेंचिंग ग्राउंड में निगम द्वारा एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट में 500 टन गीले कचरे से 12 हजार किलो बायो सीएनजी प्रतिदिन तैयार हो रही है। इसमें से 20 फीसद निगम और 80 फीसद निजी संस्थानों को बायो सीएनजी दी जा रही है। वर्तमान में इस प्लांट से 60 सिटी बसों को गैस दी जा रही है। निगम व निजी एजेंसियों के माध्यम से अभी प्रतिदिन करीब 500 वाहनों को बायो सीएनजी उपलब्ध करवाई जा रही है।