प्रतिबंध के बावजूद मध्य रात्रि को जमकर हुई आतिशबाजी
उज्जैन। हरिहर मिलन की मध्य रात्रि सवारी मार्ग पर प्रतिबंध लगाया गया था। लेकिन उत्साहित युवक नहीं माने और राकेट जलाकर फेंका शुरू कर दिये। जिसे पटनी बाजार क्षेत्र में भगदड़ मचने लगी। पुलिस ने मोर्चा संभाला और लाठियां चलाकर हालात काबू में किये।
हरिहर मिलन की अनूठी परंपरा अनादिकाल से चली आ रही है। वैकुंठ चतुर्दशी पर हर सृष्टि का भार सौपंने के लिए हरि के दरबार पहुंचते हैं। इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है। महाकाल मंदिर से गोपाल मंदिर तक निकाली जाने वाली बाबा महाकाल की सवारी में जमकर आतिशबाजी की जाती है और हिंगोट चलाए जाते हैं। जिसकी वजह से भगदड़ और श्रद्धालुओं के साथ संभावित दुर्घटनाओं को देखते हुए इस बार हरिहर मिलन के दौरान प्रशासन ने आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगा दिया और धारा 144 के आदेश जारी कर दिए। लेकिन मध्यरात्रि को सवारी मार्ग पर जमकर राकेट-हिंगोट और आतिशबाजी होती दिखाई दी। लखेरवाड़ी से पटनी बाजार की ओर वही पटनी बाजार से लखेरवाड़ी की ओर जमकर राकेट-हिंगोट फेंके गये। अचानक शुरू हुई आतिशबाजी से सवारी मार्ग पर भगदड़ की स्थिति बनने लगी। प्रतिबंध लगा होने और धारा 144 लागू होने पर पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया। आतिशबाजी करने वालों को रोकने के प्रयास किए गए लेकिन वह पुलिस के साथ अभद्रता पर उतारू हो गये। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग पड़ा। हिंगोट चलाने वाले 8 युवकों को हिरासत में लिया गया और उनके खिलाफ जिलाधीश के आदेश का उल्लघंन करने की धारा 188 के प्रकरण दर्ज किए गए। महाकाल पुलिस ने बताया कि हिरासत में आए पांच युवक तुषार कसेरा, सचिन, मयंक भोसले, ओम भोसले और पलकेश पटनी बाजार के रहने वाले हैं। वही एक युवक विशाल राठौर इंदौर, निशांत मरमट प्रकाश नगर और वीरेंद्र चौहान मुल्लापुरा का निवासी है।