चोरी के मोबाइल खरीदने वाले इंदौरी व्यापारियों को ले गई महाराष्ट्र पुलिस
बीड़ में चोरी हुए मोबाइल खरीदे थे, गुजरात पुलिस भी ले जाएगी
इंदौर। भंवरकुआं पुलिस के हाथों पकड़ाई मोबाइल गैंग के सदस्यों को इंदौर जेल से अब महाराष्ट्र पुलिस अपने साथ ले गई है। बताया जाता है कि औरंगाबाद के पास डॉक्टरों के मोबाइल पर लोकल बदमाशों ने हाथ साफ किए थे, जो इंदौर में पकड़ाए व्यापारियों के पास मिले थे। टीम उन्हें अपने साथ लेकर गई है।
गैंग के सात मेम्बर अब भी फरार
भंवरकुआं पुलिस ने करीब एक माह पहले प्रिंस कोडवानी और उसके साथी अरूण चौहान को लूट के मामले में पकड़ा था। उनकी निशानदेही पर व्यापारी सन्नी कुदवानी और प्रदीप माधवानी को हिरासत में लेकर करीब 70 मोबाइल लूट की वारदातों का खुलासा किया। पूछताछ में राहुल लालवानी, नरेन्द्र उर्फ नत्था, मनीष तेजवानी, भरत, टिंकू इंटा और बलविन्दर के नाम भी सामने आए। लेकिन ये सभी अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। इधर आरोपियों की निशानदेही पर जब्त मोबाइल महाराष्ट्र के डॉक्टरों के निकले। इसके चलते महाराष्ट्र पुलिस उन्हें जेल से प्रोडक्शन वारंट पर अपने साथ ले गई है।
गुजरात पुलिस भी करेगी पूछताछ
पुलिस ने आरोपियों से जो मोबाइल जब्त किए थे। उसमें आशीष भर्वे निवासी प्रगति नगर गुजरात का आईफोन मोबाइल भी था। इंदौर पुलिस ने जब इसकी जानकारी निकाली तो गुजरात के पुलिस एप में इसकी शिकायत मिली। जानकारी के मुताबिक यहां भी पुलिस की टीम आरोपियों के प्रोडक्शन रिमांड की तैयारी कर रही है। जिसके बाद सन्नी और प्रदीप से पूछताछ की जाएगी।
विजयनगर, बेटमा और अन्नपूर्णा के थाने में मिले केस
पुलिस के मुताबिक आरोपियों से जो मोबाइल जब्त हुए थे। उनमें इंदौर के विजय नगर थाने, बेटमा और अन्नपूर्णा थाने में भी केस थे। विजय नगर में मोबाइल लूट की वारदात हुई थी। जबकि बेटमा और अन्नपूर्णा में बदमाशों ने चोरी की वारदात की थी। जिसके बाद मोबाइल बिकने के लिए सन्नी और प्रदीप के पास पहुंचे थे।