मप्र के 15 जिलों के कलेक्टर बदले, इलैया राजा टी बने इंदौर कलेक्टर, मनीष सिंह एमडी औद्योगिक विकास
भोपाल। राज्य सरकार ने सोमवार रात को 15 जिलों के कलेक्टर समेत 27 आईएएस अफसरों के तबादले किए हैँ। इनमें इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह को एमडी औद्योगिक विकास बनाया गया है। इंदौर की कमान अब जबलपुर कलेक्टर इलैया राजा टी को सौंपी गई है। उनके स्थान पर सौरभ कुमार सुमन को जबलपुर कलेक्टर बनाया गया है। सौरभ कुमार छिंदवाड़ा में कलेक्टर हैं।
बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह अढायच को मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर भेजा गया है। सीहोर में अब तक चंद्रमोहन ठाकुर कलेक्टर थे, उन्हें प्रदूषण नियंत्रण बोड में बतौर सचिव पदस्थ किया है। वहीं, देवास कलेक्टर चंद्रमौलि शुक्ला को हाउसिंग बोर्ड में कमिश्नर बनाया गया है।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा की कोर कमेटी की बैठक मंगलवार को होने वाली है। उससे पहले जिलों के कलेक्टरों के तबादले किए गए हैं।
इन जिलों के कलेक्टर बदले- देवास, जबलपुर, इंदौर, उमरिया, सीधी, धार, सीहोर, नरसिंहपुर, बुरहानपुर, सिंगरौली, मुरैना, आगर-मालवा, कटनी।
इंदौर कलेक्टर के तबादले पर सोशल मीडिया —
मनीष सिंह को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी या लूप लाइन ..!
इंदौर। बहुचर्चित कलेक्टर मनीष सिंह के तबादले के बाद उन्हें लेकर सोशल मीडिया पर एक अलग तरह की बहस चल पड़ी है। सख्त मिजाज कलेक्टर मनीष सिंह के बारे में कहा जा रहा है कि इंदौर में धुआंधार कलेक्टरी करने के बाद मनीष सिंह को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी। मेट्रो प्रोजेक्ट के साथ-साथ प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे बड़े आयोजनों की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मनीष सिंह को सौंपी। एमपीएसआईडीसी का एमडी बनाया। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि मनीष सिंह को लूप लाइन में भेज दिया गया है। एक खबर यह भी है कि रात में ही इस तबादले के बाद कलेक्टोरेट के बाहर आतिशबाजी की गई। संभव है कि मनीष सिंह का तबादला अभी नहीं होता, लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए उन्हें यहां से हटाया गया है। वह 2 साल 7 माह का कार्यकाल पूरा कर चुके थे और 3 साल में यानी मार्च तक उन्हें यूं भी हटाना पड़ता। चुनाव को देखते हुए भी उनका तबादला जरूरी था।