बड़ी कार्रवाई: उज्जैन में एक करोड़ की स्मैक पकड़ाई

8 तस्कर शिकंजे में , दो मुख्य तस्कर राजस्थान से उज्जैन आकर करते थे सप्लाई, नशीले पदार्थों का गढ़ बना मालवा

उज्जैन। जिले में रविवार लॉकडाउन के दौरान दो थाना क्षेत्र की पुलिस को ( स्मैक ब्राउन शुगर ) तस्करी मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है,जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत 1 किलो की 1 करोड़ से अधिक आंकी जा रही है।
पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर राजस्थान से उज्जैन स्मैक सप्लाई करने आए दो युवकों को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने अन्य 6 और नाम लिए। कुल 8 आरोपियों के पास से पुलिस ने 15 से 20 लाख की स्मैक ( ब्राउन शुगर ) जब्त की है। धरपकड़ और पूछताछ का सिलसिला दिन भर चलता रहा, जिसके बाद देर रात सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने मामले की पुष्टि की।
दरअसल जिले के थाना खाराकुंवा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले तोपखाना, बेगमबाग क्षेत्र में चिंतामन थाना पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि राजस्थान के दो युवक पिछले कई समय से उज्जैन में स्मैक की सप्लाई कर रहे हैं। स्मैक भी ग्राम में नहीं बल्कि किलो में आ रही है। जिनकी सप्लाई करने की जगह और समय फिक्स है। एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल के मार्गदर्शन में सीएसपी पल्लवी शुक्ला द्वारा टीम गठित की गई। पकड़े गए राजस्थान के युवकों का नाम गोपाल व शंकर सामने आया है। पुलिस ने पूछताछ की तो दोनों ने शहर के लोहे का पुल निवासी अमन पिता काला, शाजिद व शादाब, महाकाल क्षेत्र निवासी शंकर, लाला, देवास गेट निवासी नाना का नाम लिया, जिसे ये स्मेक सप्लाई करने आते थे। युवक 15 से 20 लाख की ब्राउन शुगर शहर में ही डिलीवरी देते थे। एक पुड़िया की कीमत 250 से 300 रुपये होती है। युवक एक्टिवा गाड़ी से इसकी सप्लाई करते थे ,जिनका समय व ग्राहक फिक्स होते थे। अब पूरे मामले में सटीक आंकड़े के साथ पुलिस पत्रकार वार्ता लेकर खुलासा कर सकती है। गौरतलब है कि मालवा नशीले पदार्थों का गढ़ बन गया है। इंदौर, उज्जैन तथा अन्य क्षेत्रों में घातक नशीले पदार्थों के कई मामले पकड़े जा चुके हैं। इसके बावजूद अभी भी कई नशीले पदार्थों के सौदागर सक्रिय हैं।