आवारा स्वानो की लगातार बढ़ती जा रही है संख्या

उज्जैन

नगर निगम ने आवारा स्वानो को पकड़कर उनकी नसबंदी कराने के लिए सदावल में एक प्लांट खोल रखा है। एनजीओ के माध्यम से की जा रही इस नसबंदी का कोई असर आवारा स्वानो में देखने को नहीं मिल रहा अल बत्ता इनकी संख्या में लगातार वृद्धि होती दिखाई दे रही है।
प्रतिदिन आवारा स्वानो के काटने के के स जिला अस्पताल में आ रहे हैं। निजी अस्पतालों में इलाज कराने वालों की संख्या अलग है। प्रश्न यह उठता है कि नसबंदी कराने वाले स्वान आखिर कम क्यों नहीं हो रहे। जबकि एनजीओ चलाने वालों का कहना है कि श्वानो की नसबंदी करने के बाद स्वान ज्यादा एग्रेसिव भी नहीं रहते और प्रजनन क्षमता खत्म हो जाती है। फिर गली मोहल्लों में लगातार बढ़ रही संख्या को क्या कहा जाएगा। पहले यह तरीका अपनाया जाता था कि श्वानो को पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया जाता था। अब उस तरह के जंगल भी नहीं रह गए हैं जो शहर से दूर कहे जाते थे। इसलिए नसबंदी करने का यह तरीका अपनाया गया लेकिन यह कहां तक कारगर है यह बढ़ती श्वानो की संख्या से जगजाहिर है।