इंदौर का नाइट कल्चर : सड़कों पर बढ़ी उद्दंडता, बिक रही ड्रग्स, बढी शराबखोरी
लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के नेतृत्व में महिला प्रतिनिधि पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र से मिलीं
इंदौर। प्रशासन ने इंदौर के बीआरटीएस पर निरंजनपुर चौराहे से लेकर भंवरकुआं चौराहे तक खान-पान के कुछ चुनिंदा प्रतिष्ठानों को रात में खोलने की अनुमति दी हुई है। पर इन इलाकों में कुछ युवक-युवतियों की उद्दंडता शुरू हो गई है। रात में स्टार्टअप कंपनियों के कर्मचारियों की सुविधा के लिए खोले गए इन प्रतिष्ठानों, कैफे और खाने-पीने के प्रतिष्ठानों पर बिना वजह रात में घूमने वाले और आवारागर्दी करने वाले लड़के-लड़कियां अधिक दिखाई दे रहे हैं। दूसरी तरफ रात्रिकालीन सुविधा में सुरक्षा की व्यवस्था के मामले में पुलिस और प्रशासन नाकाम साबित हो रहे हैं।
इंदौर के एलआइजी चौराहे पर हाल ही में रात में युवतियों के बीच हुई मारपीट की घटना और इससे पहले हुई घटनाओं के बाद शहर की प्रबुद्ध, राजनीतिक और सामाजिक महिला कार्यकर्ताओं ने चिंता जताई है। इन महिला प्रतिनिधियों ने राजनीति को परे रखते हुए महिलाओं की सुरक्षा और शहर में हर कहीं बिक रहे नशीले पदार्थों और किशोर और युवाओं में खुलेआम बढ़ रही शराबखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इसे लेकर लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने अपने निवास पर महिला प्रतिनिधियों की बैठक भी बुलाई।
पुलिस आयुक्त से की मुलाकात
बैठक में कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा, अर्चना जायसवाल, भाजपा नेत्री दिव्या गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता जनक पलटा आदि शामिल हुईंं। इसके बाद महिलाओं की सुरक्षा और रात में बढ़ रही अवांछनीय घटनाओं को रोकने के मुद्दे पर पूर्व सांसद महाजन के नेतृत्व में अन्य महिला प्रतिनधियों ने पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्रा से मुलाकात की। इधर, पुलिस गुरुवार को कोचिंग संस्थानों में पहुंची। युवक-युवतियों की बैठक ली और उन्हें समझाइश दी गई। दोपहर को राजीव गांधी चौराहे के समीप एक कोचिंग में छात्र-छात्राओं को समझाया कि माता-पिता ने उन्हें पढ़ने भेजा है। शहरी चकाचौंध में गलत कदम न उठाएं।
महिला प्रतिनिधियों ने पुलिस कमिश्नर के सामने रखे ये बिंदु –
देर रात घूमने वाले युवक-युवतियों और अन्य लोगों की पहचान स्पष्ट करने के लिए उनकी आईडी (पहचान-पत्र) चेक की जानी चाहिए।
रात में पुलिस गश्त बढ़ाई जाना चाहिए। विजय नगर, एलआईजी, पलासिया, भंवरकुआं जैसे इलाकों में बाहर से आए कई विद्यार्थी रहते हैं। यहां नशाखोरी हो रही और गलियों में खड़े होकर शराब पी रहे हैं।
रात में महिला थाने की पीसीआर वैन से भी गश्त की जाना चाहिए। नगर सुरक्षा समिति को भी सक्रिय किया जाना चाहिए।
शहर की आबोहवा खराब हो रही – भाजपा नेत्री एवं सामाजिक कार्यकर्ता दिव्या गुप्ता का कहना है कि स्टार्टअप कंपनियों के लिए रात में प्रतिष्ठान खोलने में कोई हर्ज नहीं है, लेकिन जो बेवजह रात में घूम रहे हैं उनके कारण आवंछनीय घटनाएं हो रही हैं। इससे शहर की आबोहवा खराब हो रही है। राजनीतिक दलों की महिला प्रतिनिधियों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर महिला सुरक्षा और शहर की संस्कृति को बनाए रखने के लिए बात की है।