प्रतिस्पर्धा को लेकर कार्तिक मेले में भिड़े दुकानदार
उज्जैन। कार्तिक मेले में शनिवार दोपहर दुकान लगाने की प्रतिस्पर्धा में 2 दुकानदारों के बीच विवाद हो गया। एक दुकानदार ने साथियों के साथ मिलकर तलवार-लाठी से हमला कर दिया। पांच लोगों के घायल होने पर उन्हे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
क्षिप्रा नदी किनारे 7 नवम्बर से कार्तिक मेले का शुभारंभ कर दिया गया है। लेकिन निगम द्वारा आवंटन प्रक्रिया में देरी होने से बाहर से आये कई दुकानदारों ने अस्थाई तरीके से अपनी दुकानें लगा ली है। जिसमें सागर और बेगमगंज से आए अचार-चूर्ण और हाजमा गोली की दुकान लगाने वाले भी शामिल है। जिन्होने मेला ग्राउंड में दरगाह के पास अपनी दुकानें जमा ली है। दोपहर में 2 दुकानदारों के बीच व्यापार की प्रतिस्पर्धा को लेकर कहासुनी हो गई और विवाद बढ़ गया। सागर के गडौला से आए सुमित चौरषिया ने अपने साथी दीपक तोमर और धर्मेन्द्र चौरषिया के साथ मिलकर अचार की दुकान लगाने वाले हरिनारायण पिता गोविंद पाराशर, सुनील पिता शिवशंकर देवलिया निवासी सागर, अनिल पिता रामधर शर्मा, हिमेश पिता रमेश तिवारी और विकास पिता राममनोहर दुबे निवासी रायसेन पर तलवार-लाठी से हमला कर दिया। मेले में तलवार चलती देख आसपास के दुकानदारों में दहशत फैल गई। मामले की खबर मिलते ही महाकाल पुलिस मेला ग्राउंड जा पहुंची। घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। 2 को गंभीर चोंट लगने पर भर्ती किया गया है। तीन कम चोंटे आई थी, जिसके चलते प्राथमिक उपचार दिया गया है। मामले में थाना प्रभारी एसआई बबलू मंडलोई को कहना था कि हमला करने वाले दुकान छोड़कर भाग निकले थे। जिनके खिलाफ मारपीट की धारा में प्रकरण दर्ज किया गया है। घायलों को लगी चोंट के संबंध में डॉक्टरी रिपोर्ट मिलने पर धारा बढ़ाई जा सकती है। फिलहाल मारपीट करने वालों की तलाश जारी है, जो सागर के रहने वाले बताए गये हैं।