ड्रग तस्करी में चाची, इंजीनियर सहित 32 बदमाशों के बाद पकड़ाया सरगना
पत्नी के साथ जावरा से लाकर इंदौर में बेचता था अफीम
इंदौर। शहर में ब्राउन शुगर, अफीम, चरस और सिंथेटिक गांजे की लंबे समय से तस्करी करने वाले तस्कर को संयोगितागंज पुलिस ने पकड़ा है। 32 बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद यह मुख्य तस्कर पकड़ में आया है। दो साल में इसने चंदन नगर, संयोगितागंज, खजराना, लसूड़िया, सदर बाजार और रानीपुरा इलाके में अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया। यह ड्रग्स की पुड़ियाएं बदमाशों को देता था, फिर वे पुड़ियाएं शहर के विभिन्न इलाकों में बेचते थे। तस्कर शेजू जावरा की होटलों में राजस्थान के ड्रग्स माफियाओं से मुलाकात करता था।
वह पत्नी के साथ अफीम की डिलीवरी लेकर आता था। उसके इस नेटवर्क को भी पुलिस तलाश रही है।टीआई तहजीब काजी ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर शहजाद उर्फ शेजू है। इसके बारे में पिछले दिनों मूसाखेड़ी में ड्रग्स बेचने वाले आदम के जरिये जानकारी मिली थी।
शेजू के कब्जे से 11.50 ग्राम क्रूड स्नैक्स पावडर (अफीम व केमिकल का मिश्रण) मिला है। इसने बताया वह प्रतापगढ़ के ड्रग्स माफियाओं से जुड़ा है। उनसे अफीम खरीदकर, उसे केमिकली ट्रीटमेंट देकर पाउडर के रूप में बदल देते हैं। उसका मिश्रण तैयार कर उसे क्रूड स्नैक्स के नाम से शहर में उन छोटे तस्करों को बेचते हैं, जो पुड़ियाएं बेचने का धंधा करते हैं। मिश्रण में प्रतिबंधित ड्रग्स मिलाते हैं।
शहर के पैडलर्स इस क्रूड स्नैक्स में नाइट्रावेट, नाइट्राजिपाम और अल्प्राजोलेम जैसी प्रतिबंधित ड्रग्स मिलाकर इसका दोगुना-तीन गुना मिश्रण तैयार करते है। फिर उसकी पुड़िया बनाकर 500 रुपए से लेकर 3 हजार रुपए तक में बेचते हैं। अब तक गैंग के इंजीनियर शशांक, तहफीम खान, संदीप विश्वकर्मा, बाइक चोर व स्नेचर गैंग के सरगना रिजवान खान, बाबू उर्फ कृष्णा, रानी उर्फ चाची, जब्बार खान जैसे मुख्य आरोपियों सहित 32 बदमाशों को आरोपी बनाया है।