भगवान महाकाल के दर्शन करते ही शिक्षक ने छोड़ी दुनिया
उज्जैन। गुड़गांव से परिवार के साथ महाकाल मंदिर आए शिक्षक ने बाबा के दर्शन करते ही दुनिया छोड़ दी। परिवार कुछ समझ पाता शिक्षक की मौत हो चुकी थी। महाकाल पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया। शिक्षक को हार्ट अटैक हुआ था।
हरियाणा के गुड़गांव से सतीश कुमार पिता मूलचंद 58 वर्ष शनिवार को पत्नी रजनीबाला, पुत्र विनित और बहू के साथ बाबा महाकाल के दर्शन करने आए थे। पूरा परिवार शाम को दर्शन की कतार में लगा और मंदिर तक पहुंचा, सभी बाबा के दर्शन को आतुर थे। जैसे ही परिवार ने बाबा के दर्शन किये सतीश कुमार ने दुनिया छोड़ दी। उनके नहीं उठने पर परिवार मंदिर समिति की मदद से जिला अस्पताल लेकर आया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हार्ट अटैक की आशंका जताई गई और शव को पोस्टमार्टम कक्ष में रखा गया। रविवार सुबह महाकाल थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया। इस दौरान परिजनो ंने बताया कि वह मंदिर पहुंचे थे, नंदी हॉल के बाहर से बाबा के दर्शन किये। सतीश कुमार ने हाथ जोड़े और नमन करने के लिये झुके तो जमीन पर ही सिर झुकाकर बैठ गये। परिजनों को लगा कि दंडवत कर रहे है, जब काफी देर हो गई और श्रद्धालुओं को आगे बढ़ाया जाने लगा, तो उन्हे उठाया, लेकिन वह नहीं उठे। उनकी हालत देख मंदिर के सुरक्षाकर्मियों को जानकारी दी। कुछ देर में एम्बुलेंस आई तो अस्पताल लेकर आए। पुत्र विनित के अनुसार पिता शिक्षक थे और 30 नवम्बर को सेवानिवृत होने वाले थे। पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द किया। दोपहर में परिवार गुडगांव के लिये रवाना हो गया। मामले में महाकाल थाना प्रभारी एसआई बबलू मंडलोई का कहना था कि प्रथमदृष्ता मामला हार्ट अटैक का सामने आया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की वजह स्पष्ट हो जाएगी।