पिता बोला लड़का हुआ था, दस्तावेजों में दर्ज थी लड़की

उज्जैन। आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में बुधवार शाम को उस वक्त हंगामे की स्थिति बन गई, जब एक पिता ने बच्चा बदलने का आरोप लगा दिया। मामला चिमनगंज थाने पहुंचा और पुलिस ने जांच शुरू की, 2 घंटे बाद सामने आया कि लड़की ही हुई थी।
चिमनगंज थाने के एसआई सचिन सेंधव ने बताया कि शाम 6 बजे के लगभग मोतीनगर में रहने वाला विजय डाबी थाने आया था। उसने बताया कि 11 नवम्बर को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में उसकी पत्नी अनिता ने बेटे को जन्म दिया था। तबीयत ठीक नहीं होने पर डॉक्टरों ने आईसीयू में भर्ती किया। अनिता का भी स्वास्थ्य ठीक नहीं था, वह दूसरे वार्ड में भर्ती थी। शाम को वह बेटे को दूध पिलाने आईसीयू में पहुंची तो उसे लड़की थम दी गई। विजय ने आरडी गार्डी प्रबंधन पर बच्चा बदलने का आरोप लगाया। मामले में शिकायती आवेदन लेकर जांच शुरू की गई। मेडिकल कॉलेज पहुंचकर प्रबंधन से चर्चा की गई और दस्तावेज देखे गये। प्रबंधन का कहना था कि 11 नवम्बर को तीन डिलेवरी हुई थी, तीनों परिवार में बेटियों को जन्म हुआ था। अनिता ने बेटी को ही जन्म दिया था। प्रबंधन ने दस्तावेजों के साथ डिलेवरी के बाद लिये गये फोटोग्राफ और नवजात बालिका के फूट प्रिंट दिखाए। 2 घंटे की जांच के बाद स्पष्ट हुआ कि विजय डाबी के यहां लकड़ी का ही जन्म हुआ था। लड़का होने की बात सही नहीं है।