बीआरटीएस लेन में कारों को एंट्री दें

इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन के वक्त सड़क पर जाम न लगने के लिए सुझाव

इंदौर। प्रवासी भारतीय सम्मेलन को देखते हुए शहर के ट्रैफिक सुधार को लेकर शनिवार को कलेक्टोरेट परिसर में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कई अहम सुझाव आए। एक सुझाव यह था कि बीआरटीएस की लेन में बसों के साथ कारों को एंट्री दी जाए। इसके पहले एक एजेंसी से 7 दिन का सर्वे करवाया जाए कि बीआरटीएस पर चलने वाली बसें कितने समय में एक राउंड पूरी करती हैं। यदि कारों को एंट्री देने से सिर्फ 10 से 15 मिनट का ही अंतर आए तो यह प्रयोग ट्रैफिक के लिहाज से बेहतर साबित हो सकता है। साथ ही यह शर्त भी हो कि बस लेन में कार के प्रवेश करने के बाद वह लेन सिस्टम से ही चले। यानी कारें एक-दूसरे के पीछे ही चलें। एक-दूसरे को ओवरटेक न करें।
बाजारों में दुकानों के बाहर फुटपाथ तक पीले पट्‌टे डालें। मुख्य बाजारों की पार्किंग व सड़कों पर लाल पट्‌टे डालें, ताकि पट्‌टों के बाहर दुकानदार सामान रखें तो निगम जब्त करे और वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई कर सके।
एलआईजी चौराहे की तर्ज पर 40 फीट लंबे डिवाइडर लगाकर लेफ्ट टर्न की लंबाई बढ़ा दी जाए। जहां लंबाई कम है, वहां 50 फीट दूर से ही लेफ्ट टर्न के संकेतक लगाएं।
निरंजनपुर से मांगलिया के बीच अतिक्रमण हटाएं। दोनों ओर संकरी सड़कों की चौड़ाई बढ़ाएं। इससे जाम व हादसों में कमी आएगी। बायपास की सर्विस लेन सुधारी जाए।