सरकार का दॉवा पर्याप्त मात्रा में खाद,किसान अभी भी लाईनों में लगकर खाद के इंतजार में
सुसनेर। सहकारी संस्था हो फिर विपणन संघ के गोदाम हो खाद के लिए किसानों की लाईन खत्म होने का नाम नही ले रही हैं। खाद की कमी नही होने की बात कहने वाले अधिकारी आखिर किसानों की खाद की मांग पूरी नही कर पा रहे हैं। इसके पीछे कही ना कही खाद का कालाबाजारी भी वजह है। 1 अक्टूम्बर से गोदाम व सहकारी संस्थाओं के माध्यम से खाद का वितरण हो रहा हैं किन्तु किसान अभी भी घंटों लाईनों में लगकर खाद ले रहे हैं। किसानों का कहना है कि दिन में खाद वितरण के गलत तरीके से किसानों की हालात खराब हो रही हैं। क्षैत्र में इस बार गेहूं का रकबा 21 हजार हेक्टेयर एवं चने का रकबा 5 हजार हेक्टेयर हैं। जबकि पिछले वर्ष गेहूं का रकबा 21 हजार हेक्टेयर एवं चने का रकबा 5 हजार हेक्टेयर था। अधिकारियों के अनुसार 1 अक्टूम्बर से अभी तक विपणन संघ के गोदाम में यूरिया 133 मेट्रिक टन,सहकारी संस्था में 1284 मेट्रिक टन यूरिया किसानों में वितरित किया जा चूका हैं। किन्तु इसके बाद भी किसानों की खाद की किल्लत कम होने का नाम नही ले रही हैं। शनिवार को 18 किलोमीटर दूर से खाद लेने के लिए पहुंचे। मोहनलाल गुर्जर निवासी कुण्डालिया ने बताया कि उसकी 7 बीघा जमीन हैं। किन्तु उसे 1 बोरी यूरिया खाद की दी जा रही हैं। जबकि विपणन संघ के गोदाम से शासन के नियमों के अनुसार डेढ बीघा जमीन पर एक बोरी खाद दिए जाने का आदेश हैं।
किस किसान को कितना खाद कोई हिसाब नही
वपणन संघ के गोदाम से वितरित हो रहे खाद की बात करे तो यहॉ पर आफलाईन खाद दिया जा रहा हैं। बडे किसानों की भी ऋण पुस्तिका जमा करवाकर एक या दो खाद की बोरी दी जा रही हैं। अधिकारियों का कहना हैं कि दोबारा पहुंचने पर किसान फिर से खाद दे दिया जाता हैं। किन्तु इसका कोई हिसाब नही है कि कौन सा किसान कितना खाद लेकर जा चूका हैं। या फिर दोबारा लेने के लिए पहुंचा है या नही। इस संबध में जब गोदाम प्रभारी राकेश निनामा से जानकारी ली तो उन्होने बताया कि शासन के निर्देश पर आॅफलाईन खाद का वितरण किया जा रहा हैं। अभी ऋण पुस्तिका जमा करवाई जा रही है बाद में आनलाईन दर्ज कर लिया जाएगा। यही वजह है कि जरूरमद किसानों को अभी तक खाद उपलब्ध नही हो पाया है। साथ ही आफलाईन के इस खेल में विपणन संघ के इस गोदाम में खाद के कई दलाल भी कालाबाजारी करने नही चूक रहे हैं।
शासन के आदेश के बाद व्यापारी नही कर रहे सप्लाई
कृषि उपज मंडी में स्थित विपणन संघ के गोदाम से पंजीकृत व्यापारियों को शासन के द्ववारा निर्धारित रेट 266 रुपएं 50 पैसे में खाद बेचना हैं किन्तु इनमें एक या दो व्यापारी यहॉ कुछ समय के लिए आकर कुछ किसानों को खाद का वितरण कर रहे हैं। व्यापारी बाजार में 400 से 500 रुपएं में बाजार में बेच रहे हैं। ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी अशोक उईके के अनुसार पंजीकृत व्यापारी में से दो व्यापारी यहॉ पहुंच रहे हैं। पंजीकृत व्यापारियों की सूची उपलब्ध नही हैं।
प्रतिदिन खाद की उपलब्धता होने पर उसका वितरण किया जा रहा हैं। पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हैं। खाद के लिए किसानों को परेशान होने की जरूरत नही हैं।
राकेश निनामा
गोदाम प्रभारी विपणन संघ सुसनेर
किसान ज्यादा मात्रा में खाद का उपयोग करते हैं। जिससे तात्कालिक लाभ तो मिल जाता हैं किन्तु जमीन को काफी नुकसान हैं। खाद की अगर बात करे तो पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार 30 से 40 प्रतिशत खाद ज्यादा पहुंचा हैं। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार गेहूं का रकबा बढने की उम्मीद हैं।
नरेश सिंह अटल
प्रभारी वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी सुसनेर