रिश्वत लेते ट्रेप हुआ कलेक्ट्रेट कार्यालय का बाबू
उज्जैन। जाति प्रमाण-पत्र बनाने के नाम पर ढाई हजार रुपए ले चुका कलेक्ट्रेट कार्यालय का बाबू एक हजार की ओर डिमांड कर रहा था। लोकायुक्त ने शिकायत मिलने के बाद मंगलवार को उसे रंगेहाथ ट्रेप किया।
लोकायुक्त डीएसपी सुनील दालान ने बताया कि इंदौर में रहने वाले मदन पिता शंकरलाल सोनी को जाति प्रमाण-पत्र की आवश्यकता होने पर उन्होने लोक सेवा ग्यारंटी में आवेदन किया था, जहां से उज्जैन भेजा गया। लेकिन रिजेक्ट हो गया। मदन सोनी उज्जैन के निवासी थे। उन्होने कलेक्ट्रेट कार्यालय में जाति प्रमाण-पत्र शाखा के सहायक ग्रेड-3 बाबू विरेन्द्र पिता रामरतन नकवाल से संपर्क किया। जिसने ढाई हजार की मांग रखी। मदन सोनी ने उन्हें रुपए दे दिये। बावजूद उन्हे प्रमाण-पत्र नहीं दिया गया और चक्कर लगवाए जाने लगे। बाबू द्वारा एक हजार रुपए की ओर डिमांड की गई। जिस पर मामले की शिकायत मदन सोनी ने लोकायुक्त कार्यालय आकर की। रिश्वत मांगने की पुष्टि करने के बाद मंगलवार को योजना के मुताबिक एक हजार की राशि देकर मदन को कलेक्ट्रेट कार्यालय भेजा गया। जहां बाबू द्वारा रिश्वत लेते ही लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथ ट्रेप कर लिया। मौके पर ही बाबू नकवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम का मामला दर्ज किया।