बीएसएफ का स्थापना दिवस- इंदौर में पाकिस्तानी ड्रोन गिराने की तकनीक सिखा रहा बीएसएफ
हर साल 1100 प्रहरी हो रहे पारंगत
इंदौर। देश की सीमा पर बढ़ी पाकिस्तानी ड्रोन गतिविधि और घुसपैठ को देख सीमा सुरक्षा बल ने प्रहरियों की आधुनिक ट्रेनिंग शुरू कर दी है। इसमें इंदौर स्थित एसटीसी सहित देश के चुनिंदा सेंटर पर ‘एंटी ड्रोन टेक्निक’ का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कोर्स में पाकिस्तानी ड्रोन खोजने, गिराने और खुद के ड्रोन को सावधानी से उड़ाने की तालीम दी जा रही है।
द्वितीय कमान अधिकारी सौरभ के अनुसार 200 से 500 मीटर ऊंचाई पर उड़ रहा मूविंग टारगेट (ड्रोन) बहुत हलकी आवाज के साथ चिड़िया की तरह दिखाई देता है, ऐसे में उसे पहचानना और उसकी गति, हवा के रुख अनुसार उस पर फायर कर गिराने की ट्रेनिंग यहां दी जा रही है। जल्द ही ऐसे एंटी ड्रोन वैपन भी आएंगे, जो लंबी दूरी से ही ड्रोन को मार गिराने में सक्षम होंगे।
एसटीसी में 193 ट्रेनर प्रतिवर्ष 1100 नवआरक्षक और हजार से ज्यादा अन्य जवानों को विभिन्न कोर्सेस में फिजिकल स्ट्रेंथ, वैपन हैंडलिंग में पारंगत करते हैं। यहां 10 से ज्यादा हथियारों का संचालन सिखाया जाता है, जिसमें पिस्टल, बरेटा, इंसास राइफल, एलएमजी, 51 एमएम मोर्टार, ग्रेनेड, रॉकेट लाॅन्चर, एजीएस, पीएजी और यूबीजीएल शामिल हैं।