सतना में अनूठा प्रदर्शन : 20 दिनों से टावर पर चढ़े हैं पांच किसान, सीएम को लिखा पत्र, यह है मांग
ब्रह्मास्त्र सतना
सतना जिले में पावर ग्रिड कंपनी से मुआवजे की मांग को लेकर किसान करीब 20 दिनों से हाईटेंशन लाइन के टावर पर चढ़कर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। अब स्थानीय विधायकों ने उनकी सुध लेते हुए सीएम को पत्र लिखा है, लेकिन मांग पूरी न होने तक किसान नीचे उतरने को तैयार नहीं हैं।
मध्यप्रदेश में सतना जिले की उचेहरा तहसील के अंतर्गत पिथौराबाद ग्राम में किसान मुआवजे की मांग को लेकर जान जोखिम में डालने वाला प्रदर्शन कर रहे हैं। ये किसान बिरसा मुंडा जयंती के दिन से ही हाईटेंशन लाइन के टावर पर चढ़कर मुआवजे की मांग पर अड़े हैं। इनका कहना है कि पॉवर ग्रिड कंपनी ने उनकी जमीन ले ली लेकिन मुआवजा अब तक नहीं मिला है। पिछले कई वर्षों से मुआवजे की मांग करने के बाद भी इनकी समस्या का समाधान आज तक नहीं हो पाया है।
किसानों का कहना है कि उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और न्यायालय ने मुआवजे की दर भी निर्धारित की थी, इसके बावजूद समस्या का निदान अभी तक नहीं हो पाया, ऐसे में किसानों को यह कदम उठाना पड़ा है। ये पांचों किसान टॉवर पर खाट बांधकर रह रहे हैं। जान जोखिम में डाल करीब 20 दिनों से यहां चढ़े हुए हैं, पुलिस एवं प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी वे नीचे उतरने को तैयार नहीं हैं।
विधायक को लिखना पड़ा पत्र
टॉवर पर चढ़े किसान रामनाथ कोल, मातादीन कोल, रजनीश कुशवाह, शिवकुमार कुशवाहा, धर्मेंद्र कुशवाहा हैं, जिन्होंने संकल्प लिया है कि मुआवजा मिलेगा तभी वे नीचे उतरेंगे। किसानों की जिद को देखते हुए स्थानीय मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर पीड़ित किसानों की समस्या का समाधान कराने की मांग की है, उन्होंने किसानों को विधि सम्मत मुआवजा निर्धारित करा कर भुगतान कराने की बात कही है।
जून माह में 15 दिन तक चढ़े रहे थे टावर पर
जानकारी के मुताबिक पूर्व में भी जून महीने में कुछ किसानों ने 15 दिन तक टावर पर चढ़कर प्रदर्शन किया था। उस वक्त जिला प्रशासन ने किसानों को भरोसा दिया था, जिसके बाद वे नीचे उतर गए थे। लेकिन पांच माह बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका, जिसके बाद ये पांच किसान अनिश्चितकाल के लिए टावर पर चढ़कर धरना दे रहे हैं।