आज इंदौर नगर निगम का पहला परिषद सम्मेलन,भाजपा तैयार
कांग्रेस का प्रवासी भारतीय सम्मेलन व ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का विरोध
इंदौर। निगम परिषद बनने के बाद नगर निगम का पहला परिषद सम्मेलन आज चल रहा है। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होने वाले इस परिषद सम्मेलन को लेकर सभी 85 पार्षद शामिल हैं। सम्मेलन में कई नए-पुराने मुद्दों के प्रस्ताव, समीक्षा को लेकर मंथन होने के साथ मुहर लगेगी। इसे लेकर सोमवार को भाजपा ने अपने कार्यालयों में पार्षदों की एक बैठक ली।
पहली बार हो रहे इस परिषद सम्मेलन को लेकर काफी गहमागहमी है। सम्मेलन सुबह 11 बजे शुरू हुआ। बताया जाता है कि भाजपा इस सम्मेलन में जलूद में 305 करोड़ की लागत से बनने वाले 10 सोलर प्लांट का मुद्दा रखेगी। ग्रीन बेल्ट पर बनने वाले इस प्लांट के मामले में बिजली की बिल का मुद्दा अहम रहेगा। ऐसे ही शहर की सुरक्षा के लिए पूर्व में जनभागीदारी से शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाना तय हुआ था, यह भी रखा गया है। एक अन्य मुद्दा देवश्री टॉकीज के संपत्ति कर चार्ज में निर्धारित से अधिक छूट देने का मामला है जिसमें निगम को 45 लाख रु. से ज्यादा की चपत लगी। इसमें निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल द्वारा कराई गई जांच के बाद 28 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
हुकुमचंद मिल मजदूरों का मामला उठेगा
एक अन्य मुद्दा हुकुमचंद मिल के मजदूरों व जमीन का है। इसका मालिकाना हक अब नगर निगम का है। इसे लेकर नगर निगम व मप्र औद्योगिक विकास निगम में समन्वय कर नए आयाम देगा। इसके तहत मजदूरों का करोड़ों बकाया का भुगतान व जमीन का उपयोग हो सकेगा। हालांकि अभी इसमें कोर्ट के आदेश पर समिति बनेगी। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास में दुकानें निकालने के बाद उसका स्वामित्व नगर निगम के अधीन है।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन व ग्लोबल समिट का विरोध करेगी कांग्रेस
दूसरी ओर कांग्रेसी पार्षद इस बार इन सभी सहित प्रवासी भारतीय सम्मेलन व ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर किए जा रहे करोड़ों के खर्च को लेकर घेराबंदी करने की तैयारी में है। दरअसल, इन आयोजनों के मद्देनजर कई क्षेत्रों के डिवाइडर तोड़कर नए बनाए जा रहे हैं। सड़कें फिर से बनाई जा रही है। कांग्रेसी पार्षदों का कहना है कि जनता के पैसे गलत कामों में लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा कई क्षेत्रों में गंदगी का मामला भी कांग्रेस उठाएगी। कांग्रेस की जिन मुद्दों पर सहमति है उनमें चौराहों के नामकरण, अहिल्योत्सव व गणेशोत्सव समितियों को दिए जाने वाले अनुदान, हुकुमचंद मिल के मजदूरों के हित आदि को उठाएगी।