कॉलेज में धार्मिक कट्टरता : जांच कमेटी शाम तक सौंपेगी रिपोर्ट
सुबह से शाम तक करीब 250 स्टूडेंट के लिए बयान:भोपाल से आए कमेटी सदस्य ने कहा-स्टूडेंट ने कैफे-पब ले जाने के संबंध में दिए है सबूत
इंदौर। शासकीय नवीन लॉ कॉलेज में धार्मिक कट्टरता फैलाने के आरोपों के बाद उपजे विवाद में मंगलवार को जांच कमेटी ने स्टूडेंट और टीचर के बयान लिए। करीब 250 स्टूडेंट के बयान हुए हैं। एक प्रश्नावली सौंपकर सभी से लिखित जवाब लिए गए हैं। मामले की जांच के लिए उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने 7 सदस्यीय जांच समिति बनाने के निर्देश दिए, जो सूक्ष्म परीक्षण कर आज शाम तक रिपोर्ट देगी। जांच टीम के सदस्य ने भी स्टूडेंट और टीचर से बात की। कमेटी के सदस्यों को अभाविप की तरफ से एक अन्य किताब भी दी गई, उसे भी लेखिका डॉ.फरहत खान ने ही लिखा है और उसमें भी विवादास्पद कंटेंट होने का आरोप लगाया है।
कॉलेज में धार्मिक कट्टरता फैलाई जाती है क्या
वहीं फर्स्ट ईयर की छात्राओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जांच कमेटी सदस्यों ने उनसे पूछा कि कॉलेज में धार्मिक कट्टता फैलाई जाती तो उन्होंने कहा कि ये बात सही है।
परिसर में घूम रहे बच्चों के लिए बयान
अतिरिक्त संचालक डॉ.मथुराप्रसाद ने मीडिया को चर्चा में बताया कि कुछ छात्रों से उस घटना के बारे में प्रश्नावली के बारे में जानकारी ली है। अचानक से बच्चों को मैंने छांटा है। यहां की जो फैकल्टी है, लॉ कॉलेज की गेस्ट फैकल्टी है, उन लोगों से भी मैंने प्रश्नावली के माध्यम से जानकारी ली है। अब मैं जाकर उसका अध्ययन करूंगा। करीब सब मिलाकर 250-300 स्टूडेंट के बयान हुए है। पहले अतिरिक्त संचालक इंदौर के द्वारा उनके बयान ले लिए गए थे। मैंने जो बच्चे परिसर में घूम रहे थे, उनको बुलाकर के बयान लिए हैं। मैंने लिखित में सभी के बयान लिए।
इनामुर्रहमान व मिर्जा की अग्रिम जमानत खारिज
मंगलवार को सेशन कोर्ट ने डॉ.इनामुर्रहमान और डॉ.मिर्जा की अग्रिम जमानत खारिज कर दी। जब कॉलेज में किताब आई तब वे कॉलेज में पदस्थ नहीं थे। इस ग्राउंड पर जमानत मांगी गई थी लेकिन तर्क को कोर्ट ने खारिज कर दिया।