डॉ.आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि
महिदपुर। संविधान निमार्ता डॉक्टर भीमराव आंबेडकर जी की पुण्यतिथि ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गजराजसिंह पवार एवं शहर कांग्रेस अध्यक्ष सगीर बेग के नेतृत्व में परिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अनिल आंचलिया ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर आजाद भारत को दुनिया का सबसे समावेशी, प्रगतिशील संविधान देने वाले देश के प्रथम कानून मंत्री डॉ आंबेडकर जिनके लिए विश्व की हर उपाधि कम पड़ जाती है। डॉ आंबेडकर को हर वर्ग समुदाय ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये । उक्त जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अरुण बुरड़ ने देते हुए बताया कि इस अवसर पर पूर्व मंडी डायरेक्टर मोहनसिंह पंवार, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष हीरालाल आंजना, अशोक पाठक, सोहन बहन राजपूत,बाबा नागोरी, रईस कुरेशी, इकबाल नागोरी, इफ्तिखार नागोरी, दिनेश बारोट,मुबारक मुल्तानी, हारुन छीपा, कैलाश वर्मा डेलची, गोविन्द पटेल चिरमिया, डॉ कैलाश परमार आदि उपस्थित थे। अन्त में आभार पूर्व मंडी डायरेक्टर मोहनसिंह पंवार ने माना।
अकोदिया मंडी। संविधान निमार्ता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि के अवसर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा अकोदिया मंडल द्वारा नगर पंचायत परिषद स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस अवसर पर मंडल मीडिया प्रभारी आयुष चांडक,भाजयुमो मंडल महामंत्री दिवान सिंह राजपूत,सुनील परमार, कार्यालय मंत्री सागर जाधव, उपाध्यक्ष तिलक परमार,मंत्री जीतेन्द्र मेवाड़ा, राजेंद्र राजपूत उपस्थित रहे।
देवास। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के 66वें के परिनिर्वाण दिवस पर जिला कार्यक्रम संयोजक कैलाश प्रिय कलेशरिया के नेतृत्व में अंबेडकर उद्यान नूतन नगर में डॉ.भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उद्यान में स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। अंबेडकर उद्यान नूतन नगर के संस्थापक एवं अध्यक्ष बाबूलाल रैकवाल ने बाबा साहब के जीवन दर्शन पर विस्तार से प्रकाश डाला। वार्ड 32 के पार्षद प्रतिनिधि पंकज वर्मा ने कहा कि बाबा साहब ने आजीवन सामाजिक विषमता, छुआछूत व जाति भेदभाव को दूर करने के लिए संघर्ष किया। शिक्षित बनों, संगठित बनों, संघर्ष करों का मूल मंत्र आज भी प्रासंगिक है। समरसता साहित्य अकादमी प्रांतीय महासचिव एवं डॉ. अंबेडकर परिनिर्वाण भूमि सम्मान समिति जिलाध्यक्ष पूर्व जनपद सदस्य संतोष बारोलिया ने कहा कि जिस जगह पर बाबा साहब ने अंतिम सांस ली,उस 26 अलीपुर रोड़ दिल्ली के लिए लंबे समय से अंबेडकर अनुयायियों के लंबे संघर्ष के बाद उस जगह पर सुंदर स्मारक के रूप में 110 करोड़ की लागत से संविधान की आकृति का स्मारक निर्माण हो चुका है। यह देश के करोड़ों अंबेडकर अनुयायियों की जीत है। साथ ही हम परिनिर्वाण भूमि स्मारक को राजघाट जैसा सम्मान का दर्जा एवं बड़ा भूमि परिसर की मांग सरकार से करते रहेंगे।