सीएम के ” सपनों का शहर ” में मजहबी कट्टरता–उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने 7 दिन लटकाए रखा संगीन मामला
संगठन में पनप रहा अंदरूनी असंतोष, शिवराज तक हो सकती है शिकायत
इंदौर। शहर के लॉ कॉलेज में लव जिहाद और मजहबी कट्टरता जैसा संगीन मामला सामने आने के बाद से प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव का ढीला ढाला रवैया उनकी अपनी ही पार्टी भाजपा को आश्चर्यचकित कर रहा है। इस मामले को मातृ संगठन भाजपा के ही एक अंग अभाविप ने उठाया था। उसी ने यह सनसनीखेज खुलासा किया था। इसके बावजूद उच्च शिक्षा मंत्री यादव ने जांच और कार्रवाई के नाम पर 7 दिन तक इस मामले को लटकाए रखा। गौरतलब है कि भंवरकुआं स्थित शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय में दिसंबर के पहले ही दिन यह पर्दाफाश हो गया था कि महाविद्यालय में विद्यार्थियों के बीच जिहादी कट्टरता फैलाई जा रही है। छात्राओं को कैफे में ले जाकर शिक्षक ही लव जिहाद कर रहे हैं। हिंदू धर्म के खिलाफ विवादास्पद पुस्तकें पढ़ाई जा रही हैं। लाइब्रेरी में विवादास्पद पुस्तक मौजूद होने के बावजूद अगर उच्च शिक्षा मंत्री सिर्फ जांच के नाम पर खानापूर्ति करते नजर आते हैं, तो आश्चर्य होना स्वाभाविक है। दरअसल, इसके पीछे बताया जा रहा है कि कॉलेज में इस विवादास्पद पुस्तक कांड की खरीदी में एक मंत्री के रिश्तेदार की भूमिका है। अब मंत्री – मंत्री भाई- भाई के चक्कर में उच्च शिक्षा मंत्री ने अपने ही संगठन की मांग को लटकाए रखा। वरना, जिस ढंग का यह मामला था अत्यधिक 24 घंटे के अंदर कार्रवाई हो जानी चाहिए थी। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रति अभाविप में अंदरूनी असंतोष और आक्रोश नजर आ रहा है। दबे स्वरों में वे यह चर्चा भी कर रहे हैं कि अपने ही मातृ संगठन से मोह छोड़कर आखिर मंत्री यादव क्या संदेश देना चाहते हैं। शायद मंत्री यादव यह भूल गए हैं कि इंदौर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सपनों का शहर है। या फिर उन्हें मुख्यमंत्री से ज्यादा अपना कोई और साथी प्यारा है। इस बारे में मंत्री जी की शिकायत सीएम शिवराज से भी हो सकती है।