मप्र के दमोह में धर्मांतरण का बड़ा खेल–सिंदूर मिटाया, मंगलसूत्र निकलवाया, और बोले- बपतिस्मा हो गया, अब तुम हिंदू नहीं

उमा का दर्द : फिलहाल वह न हिंदू ,न क्रिश्चियन

दमोह। मध्यप्रदेश में ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण का बड़ा खेल चल रहा है। इसका बड़ा खुलासा हुआ है। घटनाक्रम कुछ इस तरह का है कि एक युवती को दमोह स्थित यीशु भवन आश्रम में बुलाया। पानी से भरे गड्‌ढे में डुबकी लगवाई। सिंदूर-बिंदी, चूड़ी और मंगलसूत्र निकलवा दिया। घर में रखे देवी-देवताओं के फोटो पानी में विसर्जित करवाए। फिर बोले- तुम लोगों का बपतिस्मा (धार्मिक अनुष्ठान) संपन्न हो गया। आज से तुम क्रिश्चियन हो। धर्मांतरण के चक्रव्यूह में फंसी ये कहानी दमोह के भैरव बहर गांव की उमा अहिरवार (36) की है।
उमा अहिरवार का कहना है कि हिंदू धर्म में वापसी के लिए समाज को सहभोज कराना है। अभी की हालत में न तो मैं हिंदू हूं और न क्रिश्चियन। उमा की ही तरह दमोह में 20 से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण हो चुका है। यह मामला हाल ही में तब चर्चा में आया, जब एक परिवार पुलिस के पास पहुंचा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की एसआईटी बनाई। एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ कि दमोह जिले का यीशु भवन आश्रम धर्मांतरण का केंद्र बना हुआ है। धर्मांतरण कराने वाली संस्था केरल की है। इस संस्था से जुड़े 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। दो आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार हो चुके हैं।

Author: Dainik Awantika