इंदौर में नगर भ्रमण पर रणजीत हनुमान
प्रातः 5 बजे शुरू हुई प्रभात फेरी दो घंटे में महू नाका पहुंच दशहरा मैदान पहुंची
इंदौर। हाथों में भगवा ध्वजा लिए महिलाएं…पुरुष…चहुं ओर जय रणजीत के जयकारों की गूंज… जिधर भी देखे हनुमान जी के भक्त ही भक्त। विभिन्न किस्म के फूलों से सजा स्वर्ण रथ…स्वर्ण रथ में विराजित रणजीत हनुमान (विग्रह) … प्रातः काल शीतल बयार के बीच बाबा के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेने की दृढ़ इच्छा लेकर पहुंचते भक्त…। बाबा की प्रभात फेरी का स्वागत करने के लिए सड़क किनारे लगे मंच… ब्रह्म मुहूर्त का सुखद अनुभव और लाइटिंग के बीच रणजीत हनुमान मंदिर से भव्य प्रभात फेरी निकलना शुरू हुई। प्रभात फेरी रणजीत हनुमान मंदिर से सुबह 5 बजे के पहले ही शुरू हो गई थी। जो दो घंटे में महू नाका पहुंची। यहां प्रभातफेरी का फूलों की वर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया। ढोल की धुन पर भक्त नाचते-गाते आगे बढ़ रहे हैं। जगह-जगह स्वागत मंच लगे। यहां खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई।
अन्नपूर्णा रोड के दोनों तरफ भक्तों की भारी भीड़, पैर रखने को भी जगह नहीं ।
महू नाका पर प्रभात फेरी पर ड्रोन से पुष्प वर्षा की गई।
रणजीत हनुमान की पूजा के बाद विग्रह प्रतिमा को बाहर लाते पुजारी।
रणजीत हनुमान की पूजा के बाद विग्रह प्रतिमा को बाहर लाते पुजारी।
प्रभात फेरी में मंत्री तुलसी सिलावट भी शामिल हुए। महू नाका चौराहे पर ड्रोन से हनुमान उड़ाए गए।
रणजीत अष्टमी के मौके पर 137वें साल में ये प्रभात फेरी निकली। इसके पहले मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास और अन्य पुजारीगण बाबा की विग्रह प्रतिमा को मंदिर से बाहर स्वर्ण रथ पर लेकर आए। पूरे विधि-विधान के साथ बाबा के विग्रह को रथ में विराजित किया गया। रथ और उसके आसपास भव्य आतिशबाजी भी की। रथ के आगे भजन मंडलियों के बीच भजनों की प्रस्तुति देते हुए कलाकार आगे बढ़ रहे हैं। नासिक की ढोल पार्टी ( ध्वज पताका) भी भक्तों को आकर्षित कर रही थी।
रणजीत हनुमान के रथ के आगे नासिक के ढोल बजाए जा रहे हैं।
प्रभात फेरी में एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद हैं।