कलेक्शन के बहाने बुलाकर करवाई हत्या, हत्या की वजह छुपाने के लिए एक्सीडेंट का नाटक रचा, 3 गिरफ्तार
इंदौर। इवेंट कंपनी संचालक तुषार संगर की हत्या डेली कलेक्शन के चक्कर में हुई है। गैंगस्टर सलमान लाला गैंग के सदस्य गिरधारी ने पूरा षड्यंत्र रचा था। उसने कलेक्शन के बहाने बुलाया और लाला के भाई गोलू व आदिल से हत्या करवा दी। पुलिस ने नाबालिग सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
द एड्रेस (निपानिया) निवासी 35 वर्षीय तुषार पुत्र राहुल संगर इवेंट कंपनी के साथ शेयर बाजार और माइक्रो फायनेंस (मुद्रा फायनेंस) का काम करता था। छोटी खजरानी, नया बसेरा, नेहरू नगर जैसी छोटी बस्तियों में डायरियों पर रुपये बांटता था। छोटी खजराना के गिरधारी ने भी चार डायरियों पर रुपये ले रखे थे। शुक्रवार को तुषार का कर्मचारी नीलेश खन्ना कलेक्शन के लिए आया तो गिरधारी ने रुपये देने से मना कर दिया। तुषार ने गिरधारी से फोन पर बात की और फटकार लगाई। गिरधारी जेल में बंद गैंगस्टर सलमान लाला गैंग का सदस्य है। वह लाला की फरारी में मदद करता रहा है।
टक्कर मारकर विवाद किया और चाकू मारे
गिरधारी ने लाला के भाई गोलू उर्फ लईक और आदिल को यह बात बताई तो दोनों बदला लेने के लिए तैयार हो गए। साजिश के तहत गिरधारी से फोन करवा कर तुषार को बुलवाया। तुषार कर्मचारी नीलेश के साथ छोटी खजराना पहुंचा। आरोपियों ने ई-रिक्शा से तुषार के स्कूटर को टक्कर मारी और चाकू मारना शुरू कर दिए। नीलेश तो हमला होता देख गिरधारी के मकान में ही छुप गया। तुषार ने घायल अवस्था में ही पिता को काल कर बुलाया। राहुल चंद्रनगर से घटना स्थल पर पहुंचे तो तुषार खून से सना था। आरोपियों ने राहुल पर भी चाकू और पत्थरों से वार कर दिए।
15 दिन पहले भी हुआ था विवाद
तुषार के पिता राहुल ने शुक्रवार रात पुलिस को गुमराह किया। उन्होंने यह नहीं बताया कि वह नीलेश के साथ गया था। डेली कलेक्शन और ब्याज वसूलना भी नहीं बताया। देर रात टीआई अजय वर्मा और एएसआई भोलासिंह परिहार ने गिरधारी को हिरासत में लिया तो पूरी घटना बता दी। पुलिस ने रात में ही मुद्रा फायनेंस की 20 डायरियां जब्त कर लीं। पुलिस ने शनिवार शाम आरोपी लोकेश व एक नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया।