हत्यारे, गुंडे- बदमाशों से कम नहीं चाइना डोर से पतंग उड़ाने वाले..!

इस विदेशी मौत की डोर का इस्तेमाल करने वालों का पिटाई करते हुए जुलूस निकाले पुलिस, तभी अपनी हरकतों से बाज आएंगे ये शैतान

उज्जैन। प्रतिबंधित चाइना डोर सरेआम -सरेराह बच्चे ,बूढ़े, महिला, राहगीर, पशु-पक्षी किसी की भी जान ले लेती है। प्रशासन ने उज्जैन में चाइना डोर की बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया, तब भी इस मौत की डोर को बेचने वाले, खरीदने वाले तथा पतंग उड़ाने वाले अपनी गैरकानूनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। आज भी चोरी -छुपे चाइना डोर बिक रही है और खुलेआम चाइना डोर से पतंग उड़ाई जा रही है। चाइना डोर के प्रति लोगों का आक्रोश बहुत ज्यादा है। ऐसे लोगों का कहना है कि जिला और पुलिस प्रशासन को इस मामले में बेहद सख्त रवैया अपनाना चाहिए। चाइना डोर खरीदते, बेचने और उड़ाने वाले वास्तव में गुंडे बदमाशों से भी ज्यादा खतरनाक हैं। ऐसे शैतानों को तो एक तरह से देशद्रोही ही माना जाना चाहिए। आखिर उन लोगों का दोष क्या जो अपने कामकाज के लिए घर से बाहर निकले होते हैं और उनकी चाइना डोर से गर्दन कट जाती है
। हाथ पैर कट जाते हैं या चेहरा लहूलुहान हो जाता है। चाइना डोर बेचने वालों से ज्यादा चाइना डोर खरीदने और इस मौत की डोर से पतंग उड़ाने वाले दोषी हैं। सादी वर्दी में सिपाही तैनात कर और मुखबिर तंत्र के जरिए पता लगाकर ऐसे अपराधियों की सरेआम पिटाई करते हुए पुलिस को जुलूस निकालना चाहिए। जिस तरह पुलिस गुंडे- बदमाशों का जुलूस निकालती है। चाइना डोर से जिस तरह के जानलेवा अपराध हो रहे हैं , उसके बाद अपने शौक के लिए दूसरों की जान लेने वाले ऐसे लोगों को हत्यारे से कम नहीं माना जाना चाहिए। लोगों का कहना है कि विदेशी चाइना डोर की पतंग काटने के लिए लोग प्रतिस्पर्धा में खुद भी चाइना डोर का इस्तेमाल करते हैं, जो गलत है। उन्हें ऐसे लोगों की पतंग कानून के जरिए काटना चाहिए। अपने आस-पड़ोस पर नजर रखनी चाहिए और अगर कोई चाइना डोर से पतंग उड़ा रहा है तो उसकी शिकायत पुलिस तथा जिला प्रशासन को करनी चाहिए। ऐसे लोगों को हत्यारा और देशद्रोही मानते हुए उनकी शिकायत करना चाहिए। पुलिस को भी चाइना डोर से पतंग उड़ाने वालों की छतों पर पहुंचकर या मैदान में जहां से भी वह पतंग उड़ा रहे हैं, पकड़कर न सिर्फ अपने डंडे का स्वाद चखाना चाहिए, बल्कि सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए। गुंडे- बदमाशों से कम नहीं है चाइना डोर से पतंग उड़ाने वाले। अब तक इस चाइना डोर के शिकार हुए लोगों का सवाल है कि आखिर अपना खूनी शौक पूरा करने के लिए लोगों की जिंदगी से खेलने का इनको किसने अधिकार दिया?

 

स्वदेशी मांझा तज विदेशी कातिल डोर को अपनाने वाले भी देशद्रोही..!

चाइना डोर विदेशी है। देश में स्वदेशी आंदोलन चल रहा है। मांझा सूतकर बनाया गया स्वदेशी धागा ही अपनाना चाहिए। चीन ने जानबूझकर मौत की डोर को भारत पहुंचाया है, ताकि लोग कटे मरें। इसलिए इसे खरीदने, बेचने और इससे पतंग उड़ाने वाले भी एक तरह से देशद्रोही ही माने जाने चाहिए।

उज्जैन एसपी ने जारी की एडवाइजरी

उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने एक एडवाइजरी भी जारी की है। जिसमें बताया है कि चाइना डोर जन सामान्य के साथ पक्षियों व पशुओं के लिए भी घातक रूप ले रही है, जिसके कारण चाइना डोर पर प्रतिबंध लगाया गया है। चाइना डोर बेचने वाले, खरीदने वाले, निर्माण व भंडारण करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अपील की है कि जनसामान्य इस बारे में डायल 100 या हेल्पलाइन शांतिदूत पर सूचना दें।

चाइना डोर के प्रति लोगों में गुस्सा इतना है कि एक नारा तक बन गया — “चाइना डोर से पतंग उड़ाने वालों को, जूते मारो सालों को”
चाइना डोर से जो पतंग उड़ाने वाले हैं। वह इंसान नहीं, निर्दोषों के हत्यारे हैं।।