जिला मुख्यालय पर शासकीय भूमि पर किया भूमाफियाओं एवं दबंगों ने कब्जा
ब्यावरा । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के एक वीडियो ने सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोरी थी, जिसमें मुख्यमंत्री प्रदेश के गुंडा, बदमाशों व भूमाफियाओं को खुली चुनौती देते हुए दस फीट तक जमीन में गाड़ देने की बात कह रहे थे। खैर उक्त विषय को अभियान बनाकर राजगढ़ जिले में कार्यवाई भी निष्पादित की गई और जिला पुलिस व प्रशासन के द्वारा भिन्न भिन्न अपराधों में लिप्त आरोपियों के अतिक्रमणों पर बुलडोजर भी चलवाये गए। लेकिन उसके बावजूद भी कई शिकायतें ऐसी है, जो कि आज भी दफ्तरों की अलमारियों में रखी धुल खा रही है, जिन पर एक वर्ष बीत जाने के पश्चात भी कोई कार्यवाई नहीं की गई और तो और हालात यह है की अधीनस्थ कर्मियों के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह कर शासन की बेशकीमती जमीनों को सांठगाँठ कर कोढ़ियों के भाव रसूखदारों की झोली में गिरवी रखे जाने के भी आरोप लगाए जा रहे है और यह बात हम नहीं कह रहे बल्कि एक शासकीय शिक्षक की शिकायत है।
ताजा मामला राजगढ़ जिला मुख्यालय का है, जहां राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 52 पर स्थित देशी शराब के ठेके को शासकीय भूमि पर कब्जा कर संचालित किये जाने की शिकायत एक शासकीय शिक्षक द्वारा वर्ष 2021 से लेकर आज तक की जा रही लेकिन उसकी कही भी सुनवाई नहीं हुई। हर बार सिर्फ आवेदन लेकर रख लिए जाते हैं जबकि मुख्यमंत्री तक से उक्त मामले की शिकायत कर चुका है, शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका नाम जमनाप्रसाद है और वह एक आदिवासी शासकीय शिक्षक है, राजगढ़ जिला मुख्यालय में स्थित उसकी जमीन पटवारी हल्का क्रमांक 44 के आगे भूमाफियाओं ने कब्जा किया हुआ है, साथ ही आरोप लगाया की उक्त भूमि को कृषि व रहवासी क्षेत्र की भूमि बताकर राजगढ़ के एक व्यक्ति द्वारा नामांतरण करवा लिया गया और 50 वर्ष पूर्व जो भूमि मालिक था, वो 30 साल पूर्व से ही लापता है आज तक उसका पता नहीं चला और इन्होंने लगभग 10 वर्ष पूर्व कैसे नामांतरण और रजिस्ट्री करवा ली, यह जांच का विषय है। साथ ही कहा कि, वर्ष 2021 से आज तक उक्त मामले की शिकायत करता हुआ आ रहा हूँ, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई, हालत यह है की उक्त भूमाफियाओं के द्वारा गुंडागर्दी की जा रही है, जिससे घर की महिलाओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, अधिकारियों से कई बार शिकायत कर चूका हूँ लेकिन कोई कार्यवाई नहीं की जाती, हर बार कागज लेकर रख लेते है, मेरे द्वारा कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार सहित मुख्यमंत्री से भी उक्त मामले की शिकायत की जा चुकी है।
उक्त मामले को लेकर राजगढ़ तहसीलदार संजय चौरसिया से बात की गई तो उन्होंने कहा की, उक्त मामले से संबंधित एक आवेदन प्राप्त हुआ है, आवेदन के जो भी बिंदु है उस पर नियमानुसार कार्यवाई की जायेगी।