पतंगबाजार में हुई फोटोग्राफी, ड्रोन उड़ाकर की गई चैकिंग
उज्जैन। चायना डोर के घातक परिणामों को देखते हुए पुलिस और प्रशासन मैदान संभाल चुका है। गुरुवार को तोपखाना से कंठाल तक तलाशी अभियान चलाया गया, वीडियो-फोटोग्राफी की गई और ड्रोन उड़ाकर पतंगबाजों को चायना डोर का उपयोग नहीं करने की हिदायत दी गई।
मंकर संक्रांति पर्व को 9 दिनों का समय शेष बचा है। पतंगबाज प्रतिबंधित डोर चायना का उपयोग कर रहे है। जिसके घातक परिणाम आना शुरू हो चुके है। गुरूवार को हरिफाटक ब्रिज पर युवक का गला कट गया। उससे पहले पिता के साथ स्कूल से घर लौट रही कक्षा पहली की छात्रा का गला जख्मी हो गया था। प्रशासन और पुलिस पिछले 15 दिनों से चायना डोर की धरपकड़ में लगा है। गुरुवार दोपहर 3 बजे से एसडीएम कल्याणी पांडे, सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा, तीन थानों की पुलिस टीम के साथ सर्चिंग पर तोपखाना पहुंच गये। आसमान में उड़ रही पतंगों को देख ड्रोन उड़ाया गया। पतंगबाजों को चायना डोर से पतंग नहीं उड़ाने की हिदायत दी गई। मुख्य बाजार तोपखाना में दुकानों पर तलाशी अभियान शुरू कर वीडियोग्राफी कराई गई। करीब डेढ़ घंटे की सर्चिंग के बाद खाराकुआ क्षेत्र से होता हुआ पुलिस और प्रशासन का अमला कंठाल चौराहा पहुंचा। जहां नरेन्द्र ट्रेडर्स की चैकिंग करते हुए गोदाम तक की तलाशी ली गई। नरेन्द्र ट्रेडर्स धागों की सबसे बड़ी दुकान है। पिछले कुछ वर्षो से यहां चायना डोर बिकने की लगातार पुलिस को सूचना मिलती रही थी। एसडीएम कल्याणी पांडे ने बताया कि चायना डोर पर प्रतिबंध लगाया गया है। चैकिंग की जा रही है। अगर प्रतिबंधित डोर या सामग्री मिलती है तो उसे जब्त कर संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा का कहना था कि दुकानदारों को चायना डोर बेचने-भंडारण नहीं करने की समझाईश दी गई है। पुलिस और प्रशासन का अभियान मकर संक्रांति तक जारी रहेगा। हर क्षेत्र में ड्रोन से नजर रखी जाएगी।