कोशिश यह है कि मेहमान वापस जाएं तो इंदौर की यादें संजो कर रखें

 

इंदौर। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए ब्रांडिंग से लेकर पब्लिक बॉन्डिंग तक इंदौर तैयार है। सुरक्षा के लिए 24 घंटे टीआई लेवल के अफसरों की ड्यूटी लगाई गई है, होटलों को अस्पतालों से अटैच कर दिया गया है। एम्बुलेंस रिजर्व रखी गई हैं। महापौर ने तो चिट्‌ठी लिख दी है कि लोग जब प्रवासियों से मिलें तो ऐसा व्यवहार करें कि वे यादें संजोकर ले जाएं।
वैसे भी फाई में देश में नंबर एक है, आज से नहीं छह साल से। कचरे से बायो CNG बनाने वाला एशिया का सबसे बड़ा प्लांट सिर्फ यहीं है।
उन चुनिंदा शहरों में से एक, जिसके दाएं और बाएं दोनों तरफ मात्र 30 मिनट की दूरी पर इंडस्ट्रियल एरिया हैं।
भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिलने के बाद पहला सम्मेलन यहीं हो रहा है।
दुनिया की तमाम हस्तियों को जो नजारे सिर्फ मेट्रो सिटीज या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शहर वाराणसी ने दिखाए, वो इस बार टियर-2 सिटी भी दिखाएगी। 17 साल से चले आ रहे सम्मेलन के लिए केरल और यूपी के बाद मध्यप्रदेश ऐसा पहला प्रदेश होगा, जहां प्रदेश की राजधानी के बजाय किसी और शहर को चुना गया है।