प्रतिबंधित चाइना डोर को लेकर कराई जा रही मुनादी
उज्जैन। जानलेवा बन चुकी चाइना डोर से अब कोई हादसा-घटना ना हो इसके हर संभव प्रयास पुलिस की ओर से किए जा रहे हैं। चैकिंग सर्चिंग और छतों पर सर्चिंग के बाद अब मुनादी कराई जाने लगी है।
बाबा महाकाल की नगरी में मकर संक्रांति का पर्व पतंगबाजी उत्सव के रूप में मनाया जाता है। कुछ सालों से उत्सव को ग्रहण लगाने के लिए चाइना डोर ने अपनी पेठ जमा ली थी। जिसके घातक परिणाम सामने आने लगे थे। आमजन के साथ ही चाइना डोर पशु पक्षियों की जान लेने पर आमादा हो गई है। इसका सीधा प्रहार गले पर हो रहा है। पिछले वर्ष जानलेवा डोर ने छात्रा का गला रेत कर मौत की नींद सुला दिया था। कई लोग जिंदगी और मौत की जंग लड़ते दिखाई दिए थे। इस बार प्रशासन ने किसी की जान ना जाए और कोई घटना ना हो इसको ध्यान में रखकर 1 दिसंबर 2022 को ही प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी कर दिए थे। बावजूद इसके मालीपुरा में रहने वाले दो युवक ढाबा रोड पर जानलेवा डोर की चपेट में आकर जख्मी हो गए। प्रतिबंध लगने के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम ने शहरभर में चाइना डोर की तलाश शुरू कर दी। इस बीच बुधवार को कक्षा पहली की छात्रा और गुरुवार को बाइक सवार युवक का चाइना डोर ने गला रेत दिया। दो घटनाक्रम देख पुलिस ने सख्त एक्शन लेना शुरू कर दिया। छतों और मैदानों से पतंगबाजी कर रहे युवकों की धरपकड़ शुरू की गई। महाकाल, कोतवाली और नीलगंगा थाना पुलिस ने पांच युवकों को जानलेवा डोर से पतंगबाजी करते हुए हिरासत में लिया। शनिवार को माधवनगर थाना पुलिस ने टावर चौक, शहीद पार्क और पूरे सर्कल में प्रतिबंधित डोर की मुनादी कराई। एसआई रविंद्र कटारे, एएसआई लक्ष्मीकांत गौतम टीम के साथ लोगों से अपील करते दिखाई दिए कि चाइना डोर प्रतिबंधित है इसका उपयोग नहीं किया जाए। चाइना डोर की सूचना पुलिस को दें ताकि घटना दुर्घटना को रोका जा सके। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस चाइना डोर का उपयोग ना हो इसके हर संभव प्रयास कर रही है।