सिंधी मंदिरों से गुरुग्रंथ साहिब हटाने का मामला गरमाया —
निहंगों के कहने पर 94 मंदिरों से गुरु ग्रंथ साहिब को हटाया, तभी रखेंगे जब महामंडलेश्वर कहेंगे
इंदौर। सिंधी समाज द्वारा शहर के प्रमुख गुरुद्वारा में श्री गुरु ग्रंथ साहिब लौटाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सिंधी समाज के मंदिरों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब रखे जाएंगे या नहीं इसका निर्णय अब सिंधी समाज के महामंडलेश्वर सांई हंसराम महाराज भिलवाड़ा करेंगे।
दरअसल, शिरोमणि पंथ अकाली बुढ़ा दल पंजवा तख्त 96 करोड़ी चक्रवर्ती के निहंग सिखों का एक समूह पिछले दिनों इंदौर के पार्श्वनाथ कॉलोनी स्थित एक सिंधी मंदिर पहुंचा। निहंग समूह ने कहा कि यहां श्री गुरु ग्रंथ साहिब की मर्यादा का पालन नहीं किया जा रहा है। इसलिए वे ग्रंथ साहिब को देखना चाह रहे थे। मंदिर बंद होने के कारण उन्हें पुजारी ने अगले दिन आने को कहा। इस दौरान विवाद की स्थिति बनी और घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वहीं , राजमहल कॉलोनी में एक सिंधी गुरुद्वारे पर निहंग कमेटी का जत्था पहुंचा था, जहां से वे श्री गुरुग्रंथ साहिब ले गए। घटना के वीडियो वायरल होने के चलते पूरा मामला देशभर में फैल गया।
इसलिए कहा गुरुग्रंथ साहिब को हटाने के लिए
निहंग सिखों का मत है कि जब किसी स्थान पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पूजा की जाती है तो वह गुरुद्वारा बन जाता है। इसलिए उस स्थान को गुरुद्वारों पर लागू नियमों का पालन करना चाहिए।
सिंधी समाज के लोगों का कहना है कि हम मंदिर में पूजा के साथ ही गुरु ग्रंथ साहिब की पूजा करते हैं। जबकि निहंगों का कहना है कि जहां मंदिर होता है वहां गुरु ग्रंथ साहिब को नहीं रखा जाना चाहिए। दोनों का अलग-अलग मंदिर होना चाहिए।
निहंग सिखों की ओर से अल्टीमेटम
घटना के बाद निहंग सिखों की ओर से अल्टीमेटम जारी किया गया। उन्होंने कहा कि सिंधी समुदाय 12 जनवरी 2023 तक पवित्र ग्रंथ को जमा करा दें। सिंधी कमेटी ने कहा कि वे निहंग कमेटी के फैसले को मान रहे हैं। 11 जनवरी 2023 को ही 94 श्री गुरु ग्रंथ साहिब सामूहिक रूप से इमली साहिब गुरुद्वारे में जमा करवा दिए।
रविवार को जांच के लिए आया था दल
श्री गुरु ग्रंथ साहिब लौटाने का कदम क्यों उठाया गया, इसकी जांच के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का एक दल रविवार को अमृतसर से इंदौर आया। दल को सिंधी समाज ने निहंगों के आने का पूरा घटनाक्रम बताया। समाज श्री गुरु ग्रंथ साहिब से दूर किए जाने से आहत है।