आंगनवाड़ी कार्यकतार्ओं व सहायिकाओं से धरना स्थल पर मिलने पहुंची विधायक
देवास। एक सप्ताह से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं नियमितिकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। धरना स्थल पर लगातार प्रदर्शन जारी है। सोमवार को विधायक आंगवाड़ी कार्यकतार्ओं के बीच धरना स्थल मण्डूक पुष्कर पर पहुंची यहां उन्होनें कार्यकतार्ओं व सहायिकाओं को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों का पत्र लेकर वे भोपाल मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे मुख्यमंत्री से अगले सप्ताह मिलेंगी उन्होंने कहा कि आपका एक डेलिकेट मुख्यमंत्री से मिलवाने की पूरी कोशिश करूंगी।
पिछले एक सप्ताह से आंगनवाड़ी कार्यकतार्एं व सहायिकाएं नियमितिकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर है। कार्यकतार्ओं ने केन्द्रों पर ताला लगा दिया और मण्डूक पुष्कर धरना स्थल पर धरना दे रही है। अखिल भारतीय आंगनवाडी कर्मचारी महासंघ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रंजना राणा ने बताया कि जिले की सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने अपनी मांगों को लेकर 23 जनवरी से हड़ताल करके धरना दे रही हैं। सभी तहसीलों में भी आंदोलन किया जा रहा है। 30 जनवरी को विधायक गायत्री राजे पवार एवं महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल धरना स्थल पर पहुंचे तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका बहनों को पक्का विश्वास दिलाया आपकी विधायक होने के नाते मैं आपकी मांगों से पूर्ण सहमत हूं। आपकी बात मुख्यमंत्री के समक्ष जरूर रखेंगे आपकी मांगे मुख्यमंत्री के कार्यक्षेत्र में आती हैं, मैं आपकी मांग मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुत करूंगी।
विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार ने कार्यकतार्ओं को कहा कि मैं पिछले 5 दिनों से बाहर थी इसलिए आप लोगों से मिल नहीं पाई आज आई हूं और आप लोगों से मिलने यहां आई हूं, मैं आपकी हर मांग से सहमत हूं, महिला होने के नाते नहीं कि आप महिलाएं है इसलिए आपको यह चीज मिलनी चाहिए, पर जिस तरह से आप लोगों की मेहनत होती है जिस प्रकार से आप लोगों का काम होता है जिस प्रकार से आप लोग सेवाएं देती है हर क्षेत्र में चाहे वो कोविड काल में हो, चुनाव, शिक्षा के क्षेत्र में हो बच्चों को संभालने का काम हर काम में मैंने इन विगत वर्षों में आप लोगों की सेवाओं को देखा है। अगर मेरे हाथ में होता तो मैं जरूर आपकी मांगों को तत्काल स्वीकृत करती, परंतु ये मांगे स्वीकृत करने का अधिकार मुझे नहीं है। आपके जैसी एक सेवक हूं जो जनता की सेवा करती हंू, मैं महिला और सेवक, जनसेवक होने के बाद आपकी विधायक भी हूं, विधायक होने के नाते में आप लोगों की आवाज यहां धरना स्थल से उठाकर मुख्यमंत्री निवास तक पहुंचा सकती हूं। मैं आप लोगों को वादा करती हूं कि आप लोग की आवाज और ज्ञापन लेकर मैं मुख्यमंत्री को खुद हाथ में दूंगी, मैं बोलूंगी की यह देवास की बहनों का ज्ञापन है इस पर आप संवेदनशील निर्णय लिजिए। आप लोगों की तरफ से आपकी आवाज बनकर मैं भोपाल ये काम जरूर करूंगी इसका आश्वासन मैं आपको देती हूं। किंतु ये काम एक दिन का नहीं है, इसमें समय भी लग सकता है कितना लगेगा मुझे नहीं मालूम है।
मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक ने कहा कि हमारी आंगनवाड़ी कार्यकतार्एं हर प्रकार के शासकीय कार्य में कहीं ना कहीं योगदान रहता है, इनकी एक मांग है कि इनको नियमितकरण किया जाए। यह बात मैं मानती हूं बहुत वाजिफ है और इस बात को लेकर इनके ज्ञापन को लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का वादा मैंनें किया है।