इंदौर नगर निगम में महापौर -पार्षद तथा कई अफसर आमने-सामने

मेयर ने तो यहां तक कह दिया- मुख्यमंत्री से करेंगे अफसरों की शिकायत

इंदौर। विधानसभा स्तर पर आयोजित होने वाली विकास यात्रा की तैयारी को लेकर गुरुवार को सिटी बस आफिस परिसर में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सभी पार्षदों की समीक्षा बैठक बुलाई। बैठक शुरू होते ही विकास यात्रा के बजाय पार्षदों ने अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पौन घंटे तक पार्षद निगम के अफसरों की शिकायत करते रहे। महापौर ने बैठक में मौजूद निगम अफसरों से पूछा तो वे जवाब नहीं दे सके। इस पर महापौर ने कहा कि सभी पार्षदों की शिकायत व बैठक के मिनट्स तैयार करें।
ये शिकायतें अब मुख्यमंत्री के समक्ष रखी जाएंगी। महापौर ने निगम अफसरों की कार्यशैली को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए दो टूक कहा कि ढाई साल निगम के अफसरों को जो करना था वो कर लिया, अब चुने हुए जनप्रतिनिधियों के हिसाब से ही काम होगा। निगम के अफसर लालफीताशाही से बाहर आकर जनहितैषी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने का काम करें। यदि अधिकारी नहीं सुनेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
महापौर ने अधिकारियों से कहा: जवाब दीजिए क्या करें? विकास कार्य नहीं होंगे तो हम छह विधानसभा में छह कार्यों का भूमिपूजन कर मुख्यमंत्री को हकीकत बता देंगे।

विकास यात्रा में भूमिपूजन और लोकार्पण के 232 कार्य

विकास यात्रा को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर ने तैयारी को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। 5 से 25 फरवरी 2023 तक वार्डवार-विधानसभावार आयोजित विकास यात्रा के दौरान निगम द्वारा 232 कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन करने की योजना है। हर विधानसभा की यात्रा उसके सभी वार्डों से होकर गुजरेगी।

छह माह में कई बार अफसरों से नाराज रहे जनप्रतिनिधि

नगर निगम परिषद के गठन के बाद पिछले छह माह में कई मौकों पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव व निगमायुक्त प्रतिभा पाल के बीच निगम अफसरों की कार्यप्रणाली को लेकर तल्खी सामने आ चुकी है। कई बैठकों में निगम पार्षदों व एमआईसी सदस्यों ने खुलकर निगम जोनल अफसर व विभागों के प्रमुख अफसरों द्वारा फोन न उठाने, योजनाओं की जानकारी न देने व वार्ड स्तर की योजनाओं की फाइलें लौटाने की बात कही।

Author: Dainik Awantika