इंदौर नगर निगम के अधीक्षण यंत्री राठौर को जनकार्य व योजना विभाग से हटाया
महापौर व पार्षदों की नाराजगी के चलते छीनी जिम्मेदारी
इंदौर। सड़क निर्माण व विकास कार्यों से जुड़े विभाग के अधीक्षण यंत्री अशोक राठौर पर निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने सख्त कार्रवाई करते हुए उनसे जनकार्य व योजना शाखा की जिम्मेदारी छीन ली। गुरुवार देर शाम इस संबंध में आदेश जारी किए गए। राठौर के स्थान पर योजना कार्य शाखा व शाला प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी प्रभारी अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा को सौंपी गई। वहीं, जनकार्य विभाग (मुख्यालय) की जिम्मेदारी स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री डीआर लोधी को दी गई।
बताया जाता है कि इंदौर में वार्ड स्तर पर चल रहे विकास कार्यों की धीमी गति व विलंबता और पार्षदों के बताए कामों को न करने का खामियाजा राठौर को भुगतना पड़ा। इसके कारण उनसे दोनों प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी छीनी गई। गौरतलब है कि गुरुवार को विकास यात्रा के दौरान पार्षदों द्वारा महापौर से निगम अफसरों की शिकायत की गई थी। इसमें कई पार्षदों ने अशोक राठौर को लेकर भी शिकायतें की थीं। ऐसे में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि जनप्रतिनिधियों की नाराजगी के कारण राठौर पर यह कार्रवाई की गई।
पहले विवाद हुआ था, तो उज्जैन भेज दिया था
राठौर गत 37 साल से इंदौर नगर निगम में कार्यरत हैं। वर्ष 2018-19 में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस के पूर्व पार्षद शेख अलीम के साथ विवाद होने के कारण राठौर को एक साल के उज्जैन नगर निगम में भेज दिया गया था। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद वर्ष 2020 में राठौर की इंदौर नगर निगम में पुन: वापसी हुई थी और उन्हें जनकार्य विभाग की जिम्मेदारी साैंपी गई थी।