76 दिन बाद बाबा महाकाल ने दिए दर्शन

खुल गए कपाट, सुबह 6 से रात 8 बजे तक रोज हो सकेंगे दर्शन

कनाडा, उत्तरप्रदेश व अन्य जगहों से पहुचें श्रद्धालु, बिना वैक्सीन सर्टिफिकेट के नही मिला श्रद्धालुओं को प्रवेश

उज्जैन। कोरोना की दूसरी लहर खत्म होते ही 76 दिन के लंबे इंतजार के बाद विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल ने भक्तों को आज सुबह दर्शन दिये। काफी उत्साहित भक्त मंदिर खुलने के 1 घण्टे पहले सुबह 5 बजे से ही लाइन में लगना शुरू हो गए थे। कनाडा, प्रदेश व अन्य जगह से पहुँचे श्रद्धकुओ ने खुशी भी जताई। दर्शन हर रोज 7 स्लॉट में होना है और प्रत्येक स्लॉट में 500 – 500 श्रद्धालुओं को प्रवेश दिए जाने की गाइड लाइन है। उसके लिए शासन ने खास सुरक्षा के इंतजाम किए है। हर रोज 3500 श्रद्धालु वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखा कर प्रवेश कर सकेंगे।
साथ ही डेल्टा वेरियंट के खतरे को देखते हुए प्रशासन व मंदिर समिति ने गाइड लाइन का सख्ती से पालन करवाने के स्पष्ट निर्देश सुरक्षा में लगे जिम्मेवारों को दिये हैं।
कोरोना महामारी की दूसरी भयावह लहर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विगत 76 दिन से शासन की गाइड लाइन अनुसार बाबा महाकाल के मंदिर के द्वार को बंद कर दिया गया था। 12 अप्रैल से बंद मंदिर में बाबा के हजारों भक्तों को अब फिर प्रवेश दिया गया है, क्योंकि कोरोना की स्थिति प्रदेश व उज्जैन में नियंत्रण में है। 28 जून सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक हर रोज अब देश विदेश के तमाम श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखा कर सकेंगे। एक दिन में 3500 श्रद्धालुओ को 7 स्लॉट में प्रवेश दिया जा रहा है। मंदिर में प्रवेश 5 – 5 के ग्रुप बनाए हैं। कोविड गाइड लाइन का सख्ती से पालन कारवया जाएगा। कोई भी श्रद्धालु बिना वेक्सीन सर्टिफिकेट या बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के प्रवेश करता है या रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ करता है तो पकड़ाए जाने और उसके खिलाफ प्रशासन धारा 420, 188 के उल्लंघन में मामला दर्ज कर कार्रवाई करेगा। मंदिर में वीआईपी, वीवीआईपी सभी के लिए एक ही नियम है। मंदिर के गर्भ गृह में व नंदी हॉल में प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबंध है। किसी भी आरती में श्रद्धालु प्रवेश नहीं कर पाएंगे। साथ ही 3 दिन के अंदर व्यवस्थाओ में सुधार करने के आदेश भी जारी होंगे। जो श्रद्धालु वॉकिंग नही कर सके, किसी कारणवश मंदिर पहुंच गए, वे 251 रुपये की रसीद कटवाकर व वैक्सिन सर्टिफिकेट दिखा कर मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं। रसीद गेट नंबर 4 पर ही कटेगी।

राजस्थान से आये श्रद्धालुओं को नही मिला प्रवेश ,भूल गए वैक्सीन सर्टिफिकेट लाना

राजस्थान से आई युवती व उसके परिजन ने कहा कि हमें गाइड लाइन का पता नही था। बस बाबा के दर्शन करना थे तो हम आ गए। वहीं कनाडा से आई महिला श्रद्धालु ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि मैं तो 14 दिन से यही हूं। 9 जून को उज्जैन आ गई थी। मुझे लगा मंदिर 15 से खुलेगा। गाइड लाइन के अनुसार ही में आई हूं और बहुत खुश हूं। बाबा के दर्शन हेतु उत्साहित हूं।

यूपी का युवक रात 2 बजे से लाइन में लगा

उत्तर प्रदेश से आये युवक ने कहा कि मैं रात 2 बजे से लाइन में लगा हूं, और ऑनलाइन बुकिंग फुल हो गई थी। इस वजह से मैंने 251 की वीआईपी रसीद ली और लाइन में लगा हूं। अपने साथियों संग, युवक ने वेक्सीन सार्टिफिकेट भी दिखाया।