अजमेर में गैस टैंकर-ट्रेलर में भिड़ंत, जिंदा जले
हाईवे किनारे बने 10 मकान और 2 ट्रक भी आग की चपेट में आए
ब्रह्मास्त्र अजमेर
अजमेर के नेशनल हाईवे-8 पर रानी बाग रिसोर्ट के पास गुरुवार देर रात 12:30 बजे के करीब गैस टैंकर और ट्रेलर में भिड़ंत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि आसपास के 500 मीटर का क्षेत्र आग का गोला बन गया। चार लोग मौके पर ही जिंदा जल गए, इनमें से तीन की वहीं मौत हो गई।
इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह एक और घायल की मौत हो गई। इस तरह इस हादसे में अब तक चार लोगों की जान चली गई है। हाईवे से गुजर रहे दो ट्रक समेत कई दोपहिया भी आग की चपेट में आ गए। आग लगने के बाद तेज धमाके होते रहे।
नेशनल हाईवे-8 पर लगा जाम
एक्सीडेंट के बाद से नेशनल हाईवे-8 रात से ही जाम है। एक बार के लिए दोनों तरफ के ट्रैफिक को रोक दिया गया था। हालांकि, करीब ढाई घंटे बाद रात तीन बजे आग पर काबू पाया। इसके बाद वन-वे शुरू किया। डाबर सदर थाना पुलिस के द्वारा रूट डायवर्ट किया गया है। शुक्रवार सुबह तक रूट डायवर्ट किया हुआ था। मौके पर पुलिस फोर्स भी तैनात है।
ट्रक-टैंकर के ड्राइवर की मौत, कई घरों में दरारें आईं
हादसे में गैस टैंकर और मार्बल ब्लॉक लेकर जा रहे ट्रेलर के ड्राइवर जिंदा जल गए। 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इनमें से तीन को अजमेर के जेएलएन अस्पताल रेफर किया गया है। धमाका इतना तेज था कि मिश्रीपुरा और गरीब नवाज कॉलोनी समेत आसपास के एरिया में आग फैली गई। 10 मकान भी चपेट में आ गए। आग से प्रभावित करीब 10-12 घरों को खाली करा लिया गया है। आग लगने से कई घरों में दरारें आ गईं।
धमाका कई किमी तक सुनाई दिया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद हाईवे पर जाम लग गया। घटनास्थल पर मौजूद सुराना पोल फैक्ट्री के चौकीदार हुसैन ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि यह कई किमी तक सुनाई दिया। सूचना मिलते ही रात 1 बजे कलेक्टर अंशदीप और एसपी चूनाराम जाट भी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि ये भिड़ंत मार्बल ब्लॉक से भरे ट्रेलर और एलपीजी टैंकर में हुई थी। इसी दौरान एक अन्य ट्रेलर मुंबई से दिल्ली के लिए सोयाबीन भरकर जा रहा था। इसका ड्राइवर नोखा निवासी सुंदर पुत्र मुनीराम अजमेर रोड पुलिया के समीप से गुजर रहा था। वह भी इस आग की चपेट में आ गया। इस हादसे में सुंदर झुलसकर घायल हो गया। नगर परिषद सभापति नरेश कनोजिया ने बताया कि दमकल से आग पर काबू पाया गया। पेट्रोलियम पदार्थ होने के कारण बुझाने के बावजूद रुक-रुक कर आग भड़क रही थी।